कोलकाता पोर्ट पश्चिम बंगाल की महत्वपूर्ण विधानसभाओं में से एक है. साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल एक लाख निन्यानवे हजार दो सौ चौतींस (199234) मतदाता हैं. आपको बता दें कि साल 2016 के विधानसभा चुनाव में कोलकाता पोर्ट की विधानसभा सीट से कुल एक लाख इकत्तीस हजार तीन सौ तैतालिस (131343) मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया था. पश्चिम बंगाल की इस विधानसभा सीट पर 59.3 फीसदी पुरुष मतदाता हैं, जबकि 40.7 फीसदी महिला मतदाता हैं.
टीएमसी के फरीद हकीम कोलकाता पोर्ट विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हैं. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में फरीद हकीम ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस उम्मीदवार राकेश सिंह को 26 हजार 548 मतों के भारी अंतर से करारी शिकस्त दी थी. इस सीट पर तीसरे स्थान पर भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अवध किशोर गुप्ता रहे. जिन्हें इस विधानसभा सीट पर 11700 वोट मिले थे. वहीं आपको जानकर आश्चर्य होगा कि नोटा पर भी यहां के निवासियों ने दिलखोल कर वोट किया और चौथे स्थान पर नोटा रहा.
बीजेपी-टीएमसी के बीच सियासी घमासान
साल 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी का यहां पर दूर-दूर तक नाम-ओ-निशान नहीं था, लेकिन लोकसभा चुनाव 2019 में अमित शाह की अगुवई में बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में धमाकेदार प्रदर्शन किया और 18 सीटें जीतीं जिसके बाद अब यहां पर बीजेपी टीएमसी की सबसे निकटतम प्रतिद्वंदी दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल के मौजूदा राजनीतिक हालात को देखते हुए कुछ भी कहना मुश्किल है. एक ओर बीजेपी ने पूरी टीएमसी को तोड़कर रख दिया है, मुकुल रॉय, शुभेन्दु अधिकारी सहित टीएमसी के कई दिग्गज नेता अब बीजेपी टीएमसी को छोड़कर बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. इस लिहाज से अब जनता ही पश्चिम बंगाल की सियासत का परिणाम बताएगी.
साल 2016 में ऐसी रही वोटिंग
कोलकाता पोर्ट विधानसभा सीट पर साल 2016 में में कुल 63 फीसदी मतदान हुआ था. 2016 में ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के को 26548 वोटों के भारी अंतर से हराया था. आपको बता दें कि कोलकाता पोर्ट विधानसभा सीट कोलकाता दक्षिण के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं माला रॉय, जो ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस से हैं. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के चंद्र कुमार बोस को 155192 से हराया था.
Source : News Nation Bureau