कर्नाटक के निवर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा है कि एच डी कुमारस्वामी कांग्रेस के समर्थन वाली जेडीएस नीत सरकार के मुख्यमंत्री होंगे। सरकार बनाने को लेकर मंगलवार को दोनों दलों के बीच बैठक के बाद उन्होंने यह बयान दिया।
सिद्धरमैया और कुमारस्वामी ने उन खबरों को भी खारिज कर दिया कि सरकार बनाने के लिए हाथ मिलाने पर उनके दलों के कुछ विधायक नाखुश हैं।
एक होटल में दोनों दलों के नेताओं की बैठक के बाद उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'हमने फैसला किया है कि कुमारस्वामी मुख्यमंत्री होंगे।'
सिद्धरमैया ने कहा है कि दोनों दलों के पास आवश्यक संख्या है। उन्होंने कहा, 'हम 117 एकसाथ हैं।'
दोनों दलों के साथ आने पर कांग्रेस के कुछ विधायकों में नाराजगी की खबरों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने इसे निराधार बताया।
कुमारस्वामी ने कहा कि उनकी पार्टी में भी विधायकों की ओर से कोई बगावत नहीं है।
कर्नाटक विधानसभा चुनावों में त्रिशंकु विधानसभा के नतीजे के बाद मंगलवार को सभी की निगाहें कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिक गईं।
राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और आनन-फानन में बने कांग्रेस व जेडीएस गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
बीजेपी कर्नाटक चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी है लेकिन 224 सदस्यीय विधानसभा में जादुई आंकड़ा हासिल करने में विफल रही।
कर्नाटक में दो निर्वाचन क्षेत्रों में शनिवार को मत नहीं डाले गए थे।
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निर्वाचन आयोग के आंकड़े के मुताबिक, बीजेपी 104 सीटों तक पहुंच सकती है। यह बहुमत से आठ सीट कम है।
कांग्रेस मणिपुर व गोवा की गलतियों से सीखती हुई प्रतीत हुई। इन दोनों राज्यों में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद कांग्रेस ने देर से प्रतिक्रिया की थी और बीजेपी को छोटी पार्टियों के साथ गठजोड़ कर सरकार बनाने का पर्याप्त समय दे दिया था।
कर्नाटक में कांग्रेस ने 78 सीटों पर जीत हासिल की और आश्चर्यजनक तौर पर जनता दल (सेक्युलर) को अपने समर्थन की घोषणा की। राज्य विधानसभा चुनावों में जेडीएस 37 सीटों के साथ तीसरे नंबर की पार्टी बनी है।
कांग्रेस के महासचिव गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि जेडीएस व कांग्रेस राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा करेंगे। आजाद के साथ निर्वतमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी मौजूद थे।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की अगुवाई वाली जेडीएस ने फौरन कांग्रेस के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और सरकार बनाने के दावे के साथ राज्यपाल को पत्र लिखा।
इसके बाद जेडीएस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी व कांग्रेस के सिद्धारमैया ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया।
कुमारस्वामी ने कहा, 'मैंने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन स्वीकार किया है।'
यह घटनाक्रम बीजेपी नेता व मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी एस येदियुरप्पा के राज्यपाल से मुलाकात करने व कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका देने का आग्रह करने के बाद हुआ। येदियुरप्पा के साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार भी राज्यपाल से मिलने गए थे।
गेंद अब राज्यपाल के पाले में है। सामान्य प्रथा के अनुसार, राज्यपाल सबसे बड़े दल के नेता या चुनाव पूर्व गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं।
त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में सदन में नेता को एक नियत समय में बहुमत साबित करने को कहा जाता है।
कर्नाटक में कांग्रेस व जेडीएस का चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं था। यह राज्यपाल पर है कि वह किसको पहले बुलाते हैं।
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Source : News Nation Bureau