बिहार विधान सभा चुनाव का विगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने इलेक्शन की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सियासी पार्टियों ने अपने-अपने समीकरण सेट करने में चुनावी रणनीति बनाना शुरु कर दिया हैं. इस बार बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर और सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग होगी. इस बार 10 नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे. बिहार चुनाव से पहले हम आपको लौरिया विधानसभा क्षेत्र के बारे में बताने जा रहे हैं.
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जानें लौरिया विधानसभा सीट के बारे में-
लौरिया विधानसभा विधानसभा क्षेत्र पश्चिम चंपारण जिले में आता और यह वाल्मीकि नगर संसदीय (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र का एक हिस्सा है. ये सीट वाल्मीकि नगर संसदीय (लोकसभा) निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाली 6 विधानसभा सीटों में एक है. 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश के बाद इस सीट में बदलाव किया गया.लौरिया विधानसभा सीट की बिहार विधानसभा में सीट क्रम संख्या पांच है.
लौरिया सीट पर कांग्रेस पार्टी लगातार चुनाव हासिल करती रही है. साल 2000 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी विश्वमोहन शर्मा यहां से विधायक बने थे. लेकिन उसके बाद 2005 के चुनाव से यह सिलसिला कायम नहीं रह सका. 2005 में जेडीयू की तरफ से प्रदीप सिंह यहां से विधायक बने थे. इसके बाद साल 2010 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी विनय बिहारी ने प्रदीप सिंह को परास्त कर दिया. 2015 में हुए चुनाव से पहले विनय बिहारी बीजेपी में शामिल हो गए और इसी पार्टी की तरफ से वो उम्मीदवार घोषित किए गए. विनय बिहारी की जीत से ही बीजेपी ने लौरिया में अपनी जगह बनाने पाई थी.
साल 2015 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विनय बिहारी ने जीत दर्ज की थी. विनय बिहारी ने राष्ट्रीय जनता दल के रणकौशल प्रताप सिंह को 17,573 मतों के अंतर से हराया था. विनय को 40.5% तो रणकौशल को 28.1% वोट मिले थे.
Source : News Nation Bureau