Advertisment

मध्य प्रदेश चुनाव: EVM की सुरक्षा पर रार जारी, कांग्रेस और बीजेपी ने एक-दूसरे को घेरा

मध्य प्रदेश में ईवीएम की सुरक्षा पर मचे बवाल पर अब प्रदेश सरकार के मंत्री और कांग्रेस संगठन आमने सामने हैं. कांग्रेस का कहना है कि 15 साल से बीजेपी की सरकार है तो अफसरों से कुछ भी करा सकती हैं.

author-image
Vineeta Mandal
एडिट
New Update
मध्य प्रदेश चुनाव: EVM की सुरक्षा पर रार जारी, कांग्रेस और बीजेपी ने एक-दूसरे को घेरा

EVM

मध्यप्रदेश में ईवीएम की सुरक्षा पर मचे बवाल पर अब प्रदेश सरकार के मंत्री और कांग्रेस संगठन आमने सामने हैं. कांग्रेस का कहना है कि 15 साल से बीजेपी की सरकार है तो अफसरों से कुछ भी करा सकती हैं. वहीं बीजेपी के मंत्री ने कहा कि ईवीएम तो कांग्रेसी के शासन काल में ही आयी थी और इसके बाद उनकी सरकार भी नहीं हैं. सागर जिले की खुरई विधानसभा की ईवीएम 40 घंटे बाद क्या जमा हुई कांग्रेस ने इस घटना को बड़ी मुस्तैदी से पकड़ लिया है. पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ तक अब ईवीएम की सुरक्षा और स्ट्रांग रूम में लगे कैमरा पर कांग्रेस ने निगरानी के लिए अपने कार्यकर्ताओं को लगा दिया है.

Advertisment

कांग्रेस का कहना है कि यह निगरानी अब इसलिए भी ज्यादा जरूरी हो गई है क्योंकि स्ट्रांग रूम के बाहर लगे एलईडी कई बार बंद हो चुके हैं , 40 घंटा बाद ईवीएम स्ट्रांग रूमों तक पहुंच रही है, अधिकारियों के बंगलों से संदिग्ध पेटियां सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दे रही हैं. साथ ही कांग्रेस आरोप भी लगा रही है कि 15 साल में कई ऐसे अधिकारी और कर्मचारी नियुक्त हुए जिन्होंने कांग्रेस शासनकाल को देखा ही नहीं. ऐसे अधिकारियों तो बीजेपी सरकार की भाषा ही समझते होंगे.

ईवीएम की सुरक्षा को लेकर लगातार कांग्रेस की शिकायत पर प्रदेश सरकार के मंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने उल्टा पलटवार किया है. उनका कहना है कि ईवीएम तो कांग्रेस के शासनकाल में नहीं आई थी और इसके उपयोग के बाद उनकी सरकार अभी बनी हैं. इसका इस्तेमाल किस तरह होता है यह कांग्रेस अच्छी तरह समझती होगी चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाना ठीक नहीं हैं.

और पढ़ें: जानिए मध्य प्रदेश में क्यों फंसी शिवराज सिंह चौहान की कुर्सी, क्या है 4% का चक्कर

Advertisment

दरअसल निर्वाचन आयोग की मुस्तैदी पर सवाल इसलिए भी उठ रहा है क्योंकि तमाम इंतजामों की दावे करने के बाद भी स्ट्रांग रूम पर लगे एलइडी कई बार बंद हो रहे हैं और कांग्रेस को उसके बाहर बैठकर निगरानी करनी पड़ रही है.

बीजेपी का कहना है कि जो ईवीएम में बंद हो गया उसकी निगरानी करने से कोई फायदा नहीं है जनता ने अपना फैसला सुना दिया है अब 11 तारीख को जब परिणाम आएगा तो सरकार तो बीजेपी की ही बनेगी.

Source : News Nation Bureau

congress Madhya Pradesh assembly election 2018 EVM BJP
Advertisment
Advertisment