MP Election Result 2018 : रूझानों में 15 साल बाद कांग्रेस 100 के पार, कार्यकर्ताओं में जश्‍न का माहौल

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के रुझान यह दिखाते हैं कि कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार किया है.

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Drigraj Madheshia
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MP Election Result 2018 : रूझानों में 15 साल बाद कांग्रेस 100 के पार, कार्यकर्ताओं में जश्‍न का माहौल

मध्‍य प्रदेश का चुनाव परिणाम दोपहर तक आएंगे

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मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Election Result), मध्‍य प्रदेश (Rajasthan Election Result 2018), छत्तीसगढ़ (CG election result), मिजोरम (Mizoram election results) और तेलंगाना (Telangana election results) विधानसभा चुनाव का परिणाम आज आएगा. शुरुआती रूझाानों में कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्‍कर चल रही है. मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के रुझान यह दिखाते हैं कि कांग्रेस ने अपने प्रदर्शन में जबरदस्त सुधार किया है. कांग्रेस की 100 से ज्यादा सीटों पर बढ़त के बाद पार्टी कार्यालय में जहां जश्न शुरू हो गया है  तो वहीं कार्यकर्ताओं के बीच अपने-अपने नेता को सीएम प्रोजेक्ट करने की होड़ भी लग गई है. हालांकि कांग्रेस ने अब तक सरकार बनाने लायक बहुमत का आंकड़ा नहीं छुआ है लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक राहुल गांधी से उन्हें सीएम बनाने की मांग कर रहे हैं

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61 साल में सबसे ज्‍यादा मतदान

मध्य प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को करीब 75.05% वोटिंग हुई. राज्य में 61 साल में रिकॉर्ड मतदान (Voting Percent in MP) हुआ. यह 2013 के चुनाव परिणाम (Election result) से (72.18%) से 2.82 फीसदी ज्यादा है. राज्य के 11 जिले ऐसे हैं, जहां पिछली बार के मुकाबले तीन फीसद से ज्यादा वोटिंग (Voting and madhya pradesh election result) हुई. 

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इस बार 2018 में 5 करोड़ 4 लाख मतदाता थे, जिनमें से 3 करोड़ 77 लाख लोगों ने वोट किया यानी वोट 75.05 फीसदी रहा. इस तरह 2013 की तुलना में इस बार 40 लाख ज्यादा लोगों ने वोट डाले.

2013 में मध्य प्रदेश के नतीजे 

बीजेपी -  165
कांग्रेस - 58
अन्य - 7
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2013 में मध्य प्रदेश का वोट शेयर 

बीजेपी - 44.5
कांग्रेस - 36.4
BSP- 6.3
अन्य - 12.8

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MP में कब कितना मतदान ? 

 2013               2018
72.07 %            75.5 %

क्षेत्रवार पिछली बार के नतीजे

  • 2013 में चंबल के नतीजेः 34 सीटेंः बीजेपी - 20, कांग्रेस - 12, BSP - 2
  • 2013 में बुंदेलखंड के नतीजेः 26 सीटें, बीजेपी - 20, कांग्रेस - 6,
  • 2013 में बघेलखंड के नतीजेः 30 सीटें, BJP - 16, कांग्रेस - 12,BSP - 2

VIDEO:  विधानसभा चुनाव 2018: 5 राज्यों में किसकी बनेगी सरकार, आखिर कौन बनेगा सरताज?

  • 2013 में महाकौशल के नतीजेः 49 सीटें, BJP- 34, कांग्रेस - 14, निर्दलीय - 1
  • 2013 में भोपाल के नतीजेः 25 सीटें, बीजेपी- 19, कांग्रेस - 5, अन्य - 1
  • 2013 में मालवा के नतीजेः 50 सीटें, बीजेपी - 45, कांग्रेस - 4,अन्य- 1
  • 2013 में निमाड़ के नतीजेः16 सीटें ,BJP - 11, कांग्रेस - 5

2018 का एग्‍जिट पोल

  • इंडिया टुडे-एक्सिस  बीजेपी (102-122)  कांग्रेस  (104-122) अन्य (4-11)
  • टाइम्स नाऊ-सीएनएक्स बीजेपी 126 कांग्रेस 89 अन्य 15
  • एबीपी-लोकनीति बीजेपी  94 कांग्रेस 126 अन्य 10
  • इंडिया न्यूज-नेता बीजेपी 106  कांग्रेस 112 अन्य 12
  • रिपब्लिक बीजेपी 108-128 कांग्रेस 95-115 अन्य  7
  • न्यूज नेशन बीजेपी 110 कांग्रेस 107 अन्य 13
  • न्यूज 24 बीजेपी 98-108 कांग्रेस 110-120 अन्य 02
  • टुडेज चाणक्य बीजेपी 103 (+-12 )कांग्रेस  125 (+-12)

MP में सबसे ज्यादा मतदान कहां ?

60 सीटों पर 80 % से ज्यादा मतदान

  • पिछोर में 84.76%
  • चाचौड़ा में 80.46%
  • खुदरई में 81.25%
  • बहोरीबंद में 80.34%
  • बैहर में 80.08%
  • लांजी में 81.19%
  • परसवाड़ा 82.19%
  • वारासिवनी में 81.26%
  • कटंगी में 80.40%
  • बालाघाट में 80.62
  • केवलारी में 83.80%
  • गोटेगांव में 80.39%
  • नरसिंहपुर में 80.36%
  • तेंदूखेड़ा में 82.55%
  • गाडरवारा में 82.31%
  • जुन्नारदेव में 82.79%
  • बुधनी में 83.04%
  • आष्टा में 82.57%
  • इछावर में 86.04%
  • सीहोर में 80.72%
  • राजगढ़ में 84.93%
  • खिलचीपुर में 85.94%
  • आगर में 82.60%
  • कालापीपल में 81.76%
  • हाटपिपल्या में 85.38%
  • देपालपुर में 82.07%
  • घट्टिया में 80.34%
  • रतलाम में ग्रामीण 85.10%

2013 में 28 सीटों पर 80 % से ज्यादा वोटिंग, 19 विधायक चुनाव हारे थे

2013 में हारने वाले दिग्गज

• कन्हैया लाल अग्रवाल
• अजय विश्नोई
• दशरथ सिंह लोधी
• बृजेन्द्र प्रताप सिंह
• जगन्नाथ सिंह
• डॉ. रामकृष्ण कुसमरिया
• अनूप मिश्रा
• लक्ष्मीकांत शर्मा
• करण सिंह वर्मा
• हरिशंकर खटीक

सबसे बड़ा मुकाबला 

होशंगाबाद - यहां BJP ने विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा और कांग्रेस ने BJP के वरिष्ठ नेता रहे सरताज सिंह को मैदान में उतारा. BJP से टिकट न मिलने से नाराज सरताज सिंह को कांग्रेस ने बगावत के कुछ ही घंटे बाद टिकट दे दिया था.

वारासिवनी - कांग्रेस ने इस सीट से मुख्यमंत्री के साले संजय मसानी को मैदान में उतारा. इससे पहले संजय सिंह BJP में थे. भाजपा ने विधायक योगेंद्र निर्मल को दोबारा मौका दिया है. मसानी के चुनाव लड़ने के कारण यह सीट चर्चा में है.

खुरई - गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह का मुकाबला कांग्रेस के अरुणोदय चौबे से होने के कारण यह सीट चर्चा में है. यहां भी दोनों के बीच कांटे का मुकाबला रहा. बुंदेलखंड अंचल की यह सीट चर्चा के केंद्र में है.

ग्वालियर दक्षिण - यहां से भाजपा की बागी पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता पार्टी के प्रत्याशी नारायण सिंह कुशवाह के लिए परेशानी खड़ी कीं. समीक्षा ने निर्दलीय चुनाव लड़ा. कांग्रेस से प्रवीण पाठक मैदान में रहे.

इंदौर 3 - भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijay Vargiya) के बेटे आकाश विजयवर्गीय (Akash Vijay Vargiya) यहां से पहली बार चुनाव मैदान में हैं. उनका मुकाबला कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महेश जोशी के भतीजे अश्विन जोशी से है.

जबलपुर पश्चिम - भाजपा के पूर्व विधायक हरेंद्रजीत सिंह बब्बू की सीधी टक्कर कांग्रेस के वर्तमान विधायक तरूण भनोत से है. पिछले चुनाव में बब्बू 923 वोटों से हारे थे.

चाचौड़ा - कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के भाई लक्ष्मण सिंह और भाजपा से विधायक ममता मीना का मुकाबला है.

मुरैना - भाजपा के वरिष्ठ नेता रुस्तम सिंह का मुकाबला कांग्रेस के रघुराज सिंह कसाना और बसपा के बलवीर सिंह दंडोतिया से है. यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने की संभावना है.
ग्वालियर - भाजपा सरकार में मंत्री जयभान सिंह पवैया का मुकाबला कांग्रेस के प्रद्युम्न सिंह तोमर से है. यह सीट भी सियासी गलियारों में चर्चा का केंद्र है.

दमोह - वित्त मंत्री जयंत मलैया की टक्कर कांग्रेस के राहुल सिंह लोधी से है. लेकिन उनके लिए भाजपा से ही बागी हुए रामकृष्ण कुसमरिया बड़ी चुनौती थे.

निवाड़ी - यहां त्रिकोणीय मुकाबला होने से सीट फंस गई है. भाजपा ने यहां से अनिल जैन, कांग्रेस ने सुरेंद्र सिंह यादव और सपा ने मीरा यादव को मैदान में उतारा.

सीहोर - पिछले चुनाव में निर्दलीय खड़े हुए सुदेश राय को भाजपा ने यहां से टिकट दिया. इस बार यहां से भाजपा के पूर्व विधायक रमेश सक्‍सेना की पत्नी ऊषा सक्सेना निर्दलीय चुनाव लड़ी. कांग्रेस से सुरेंद्र सिंह ठाकुर मैदान में थे.

नागौद - भाजपा ने यहां से नागेंद्र सिंह और कांग्रेस ने यादवेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है. जातिगत समीकरण की वजह से यहां दोनों में कांटे की टक्कर रही.

रैगांव - पिछले चुनाव में इस सीट पर बसपा की ऊषा चौधरी ने भाजपा के पुष्पराज बागरी को 4109 मतों से हराया था. चौधरी इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़ीं. उनका मुकाबला भाजपा के पूर्व मंत्री जुगलकिशोर बागरी और कांग्रेस की कल्पना वर्मा से था.

अमरवाड़ा - भाजपा के प्रेमनारायण ठाकुर और कांग्रेस से वर्तमान विधायक कमलेश शाह यहां से मैदान में हैं. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता मनमोहन शाह बट्‌टी भी यहां से चुनाव लड़ रहे हैं. वे 2003 में गोंगपा से विधायक रह चुके हैं.

अंबाह - बसपा ने वर्तमान विधायक सत्यप्रकाश का मुकाबला भाजपा के गब्बर सिंह और कांग्रेस के कमलेश जाटव से रहा. यह सीट भी रोचक मुकाबले में फंसी है.

अटेर - भाजपा के अरविंद भदौरिया का मुकाबला कांग्रेस से वर्तमान विधायक हेमंत कटारे से है. क्षेत्र में जातिगत समीकरण का भी गहरा प्रभाव है. इस वजह से यह सीट भी चर्चा में है.

छतरपुर - इस सीट से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सत्यव्रत चतुर्वेदी के भाई आलोक चतुर्वेदी और भाजपा की अर्चना सिंह का मुकाबला रहा. भाजपा में मंत्री ललिता यादव ने यहां से अपनी सीट बदली थी.

कालापीपल - कांग्रेस ने यहां से युवा कांग्रेस के कुणाल चाैधरी पर भरोसा जताया. भाजपा से बाबूलाल वर्मा प्रत्याशी थे. यहां भी दाेनों दलों के प्रत्याशियों के बीच रोचक मुकाबला है.

भोपाल दक्षिण-पश्चिम- इस सीट पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक उमाशंकर गुप्ता और कांग्रेस के पूर्व विधायक पीसी शर्मा के बीच कांटे की टक्कर रही. यह भोपाल की सबसे ज्यादा चर्चित सीट बनी हुई है.

विदिशा - लंबे समय से भाजपा के कब्जे वाली इस सीट पर मुकेश टंडन की सीधी टक्कर कांग्रेस के शशांक भार्गव से रही. आप प्रत्याशी पूर्व विंग कमांडर अनुमा आचार्य के यहां से मैदान के उतरने के कारण यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया.

सांची - भाजपा के वरिष्ठ नेता गौरीशंकर शेजवार के बेटे मुदित ने पहली बार यहां से चुनाव लड़ा. उनका मुकाबला कांग्रेस के प्रभुराम चौधरी से है. यह सीट भी चर्चा का केंद्र है.

सिलवानी - भाजपा सरकार में मंत्री रामपाल सिंह का मुकाबला कांग्रेस के देवेंद्र पटेल से रहा. कांटे की टक्कर की वजह से इस सीट पर मतदाताओं की नजर है.

भोपाल मध्य - यहां भाजपा के वर्तमान विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह और कांग्रेस के आरिफ मसूद के बीच करीबी मुकाबला है. काफी हद तक हिंदू-मुस्लिम मतदाता यहां प्रत्याशी की जीत-हार तय करते हैं. आरिफ ने यहां से पिछला चुनाव भी लड़ा था.

इंदौर 1 - भाजपा ने यहां के वर्तमान विधायक सुदर्शन गुप्ता को फिर मौका दिया. उनका मुकाबला कांग्रेस के संजय शुक्ला से हुआ. यहां भी दोनों प्रत्याशियों के बीच आमने-सामने का मुकाबला रहा.

भोजपुर - कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी का सीधा मुकाबला भाजपा के वर्तमान विधायक सुरेंद्र पटवा से है. पिछली बार पटवा ने पचौरी को शिकस्त दी थी. इस सीट पर भी प्रदेश की नजरें लगी हुई हैं.

इंदौर 5 - यहां से भाजपा से वर्तमान विधायक महेंद्र हार्डिया और कांग्रेस के सत्यनाराण पटेल के बीच कांटे का मुकाबला है.

राजनगर - यह सीट कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रहे सत्यव्रत चतुर्वेदी के बेटे नितिन चतुर्वेदी के सपा से चुनाव लड़ने की वजह से चर्चा में है. यहां से भाजपा के प्रत्याशी अरविंद पटेरिया और कांग्रेस से विक्रम सिंह नातीराजा हैं. वे यहां से विधायक भी हैं.

घटि्टया - यहां से भाजपा ने कांग्रेस के नेता रहे प्रेमचंद गुड्‌डू के बेटे अजीत बौरासी को टिकट दिया. कांग्रेस से रामलाल मालवीय मैदान हैं. भाजपा के वर्तमान विधायक का टिकट कटने से कार्यकर्ताओं में नाराजगी रही. इस वजह से यह सीट भी उलझी हुई है.

जबलपुर पूर्व - यहां से भाजपा ने अंचल सोनकर पर पुन: विश्वास जताया. उनका मुकाबला लखन घनघोरिया रहा. इस सीट पर भी पेंच फंसा हुआ है.

जबलपुर उत्तर - भाजपा ने शरद जैन को यहां से फिर टिकट दिया है. उनका मुकाबला कांग्रेस के विनय सक्सेना से है. लेकिन जैन के सामने युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष व भाजपा से बागी हुए धीरज पटैरिया निर्दलीय खड़े हो गए जो जैन के लिए बड़ी चुनौती हैं.

बालाघाट - यहां भाजपा के गौरीशंकर बिसेन का मुकाबला कांग्रेस विश्वेश्वर भगत से है. वहीं, सपा से अनुभा मुंजारे मैदान में हैं जो पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रहीं थी. यह सीट त्रिकोणीय मुकाबले की वजह से चर्चा में है.

मनगवां - इस सीट से बसपा की वर्तमान विधायक शीला त्यागी मैदान में हैं. इस बार भाजपा ने यहां अपना प्रत्याशी बदला है. उनका मुकाबला भाजपा के पंचूलाल प्रजापति और कांग्रेस की बबीता साकेत से था.

मैहर - भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी का मुकाबला कांग्रेस के श्रीकांत चतुर्वेदी से है. बसपा और सपा के प्रत्याशी भी दोनों दलों के नेताओं के लिए चुनौती बने हुए हैं.

मध्य प्रदेश के रण में इस बार 2,899 प्रत्याशी 

मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए. मध्य प्रदेश (Election result 2018) में कुल 231 विधानसभा सीट हैं लेकिन केवल 230 सीटों पर ही वोटिंग की जाती है. एक सीट पर सदस्य को नामित किया जाता है. मध्य प्रदेश में कुल 5,04,95,251 मतदाता हैं जिनमें 2,63,01,300 पुरुष और 2,41,30,390 महिलाएं तो वही 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. उम्मीदवारों की बात करें तो मध्य प्रदेश के रण में इस बार 2,899 प्रत्याशी हैं . इनमें 2,644 पुरुष, 250 महिलाएं और पांच ट्रांसजेंडर उम्मीदवार हैं. राज्य में 1,094 निर्दलीय प्रत्याशी अपने भाग्य को आज़मा रहे हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बहुमत से सरकार बनाई थी और शिवराज सिंह चौहान को बतौर मुख्यमंत्री राज्य की कमान सौंपी गई थी.

 

Source : News Nation Bureau

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