बीजेपी और कांग्रेस के लिए लगातार चुनौती बन रहे हैं बागी. डैमेज कंट्रोल करने के लिए पार्टी आलाकमान अलग-अलग स्तर से वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतार रहा है, लेकिन कुछ जगह वरिष्ठ नेता डैमेज कंट्रोल में कामयाब रहे तो वहीं कुछ जगह अब भी पार्टी को अपने ही लोगों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है. जबलपुर से बीजेपी के लिए एक राहत भरी खबर है.
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बीजेपी के लिए पनागर सीट से एक राहत और एक परेशानी वाली खबर आई है. बीजेपी को बड़ी राहत देते हुए पूर्व विधायक नरेंद्र त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. पनागर सीट से बीजेपी प्रत्याशी इंदु तिवारी के खिलाफ उन्होंने पर्चा भरा था. पार्टी संगठन से मिले सम्मान को कायम रखने के आश्वासन पर उन्होंने पर्चा वापस लिया. इसके बाद इंदु तिवारी ने कहा अब जीत पक्की है.
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वहीं इसी विधानसभ क्षेत्र से बीजेपी को परेशानी वाली भी खबर है. यहां दो नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. बीजेपी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भारत सिंह यादव ने अपने सभी दायित्वों से इस्तीफ़ा देकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने पनागर विधानसभा से नामांकन भरा है. इसके अलावा बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कांता प्रसाद पटेल भी पार्टी को छोड़कर भारत सिंह का साथ देने का फैसला किया है.
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वहीं बरघाट विधानसभा से पूर्व भाजपा विधायक कमल मसकोले ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. उन्होंने बीजेपी से बी फार्म न मिलने के कारण निर्दलीय फार्म भरा था. भाजपा ने बरघाट विधानसभा से नरेश बरकडे को टिकट दिया था.
Source : News Nation Bureau