विधानसभा चुनाव की निगरानी के लिए सतना भेजे गए भारतीय प्रशासनिक सेवा के 4 प्रेक्षकों पर गाज गिरना तय हो गया है. सभी IAS अफसर अपने विधानसभा का प्रेक्षण कार्य छोड़कर जिला प्रशासन की जानकारी के बिना बांधवगढ़ नेशनल पार्क घूमने चले गए थे. मामले के सामने आने पर आयोग ने इसकी जांच शुरू कर दी है.
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कलेक्टर सतना ने अपनी जांच में पाया है कि विधानसभा चित्रकूट के प्रेक्षक रामकेवल उन्हें आवंटित वाहन एमपी 19 बीबी 6655 में अपने साथ रामपुर बघेलान के प्रेक्षक अवधेश कुमार तिवारी को साथ लेकर 16 नवंबर को बांधवगढ़ गए थे. विधानसभा अमरपाटन के प्रेक्षक एसके दिवासे उन्हें आवंटित वाहन एमपी 19 सीए 7388 से 16 तारीख को बांधवगढ़ के लिए रवाना हुए थे. इसके दूसरे दिन 17 नवंबर को नागौद के प्रेक्षक एस दिनेश कुमार उन्हें आवंटित वाहन एमपी 19 बीबी 0687 से बांधवगढ़ गए थे.
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यहां पर यह एमपीटी की व्हाइट टाइगर फॉरेस्ट लॉज में रुके हुए थे. सतना कलेक्टर ने अपनी रिपोर्ट में यह स्पष्ट किया है कि इन्हें पार्क घुमाने के लिए जिला स्तर पर कोई व्यवस्था और सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई थी लेकिन यह सवाल खड़ा हो गया है कि एमपीटी की लॉज में इन्हें किसने ठहराया था उधर उमरिया से भी इनके संबंध में रिपोर्ट तलब की गई है.
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बांधवगढ़ में इन्हें नेशनल पार्क घुमाने के लिए जिप्सी की व्यवस्था करने स्थानीय पुलिस और टैक्सी संचालको में विवाद भी हुआ था. तब स्थानीय प्रशासन ने लक्जरी बस की व्यवस्था की थी. सभी लोग 18 को लौटे.
सभी प्रेक्षक अपने लाइजनिंग ऑफिसर और गनमैन को भी सतना में छोड़ गए थे.
Source : News Nation Bureau