महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए युवा कांग्रेस ने अपना घोषण पत्र जारी कर दिया है. अपने इस घोषणापत्र में कांग्रेस ने शिक्षित बेरोजगारों को 5,000 रुपये का मासिक भत्ता और स्थानीय युवाओं को नौकरियों के लिए 80 फीसदी आरक्षण का वादा किया है. इसके अलावा इसमें मेधावी स्थानीय छात्रों के विदेशी विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए सरकारी स्कॉलरशिप देने, पढ़ाई के लिए लोन माफ करने और दिव्यांग युवाओं को नि:शुल्क उच्च शिक्षा देने का वादा भी किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो युवा कांग्रेस के इस घोषणापत्र को अपनी तरह का पहला घोषणापत्र माना जा रहा है. इस घोषणा पत्र में ये भी वादा किया गया है कि अगर किसानों के बच्चे उच्च सत्र की पढ़ाई के लिए लोन लेते हैं तो कांग्रेस की सरकार उनका गारंटर बनेगी.
खबरों के मुताबिक महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के अध्यक्ष सत्यजीत तांबे ने बताया कि युवा कांग्रेस के खास कार्यक्रम 'wake up maharashtra, act today for your better tomorrow' से करीब 30 करोड़ युवा जुड़े हुए हैं. इन युवाओं ने हजारों सुझाव भेजे जिनमें से कुछ को घोषणा पुत्र में शामिल किया गया.
उन्होंने बताया कि कांग्रेस की सरकार आने पर 30 सितंबर 2019 तक पढ़ाई के लिए लिए गए कर्ज को माफ कर दिया जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि युवाओं के लिए सरकारी हॉस्टल में सीटें भी बढ़ाई जाएंगी. बता दें महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होगा और इसके नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे.
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस नेता संजय निरुपमविधानसभा चुनाव में अपने पसंद के उम्मीदवारों को टिकट न मिलने से नाराज चल रहे हैं. इसी के चलते उन्होंने चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने से भी इनकार कर दिया है. इसके अलावा उन्होंने पार्टी पर जमकर निशाना भी साधा.
उन्होंने पार्टी आलाकमान पर निशाना साधते हुए कहा, दिल्ली में बैठे लोगों की समझ में कमी है. उन्होंने योग्य लोगों के साथ न्याय नहीं किया. महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने वर्सोवा सीट से अपने उम्मीदवार को टिकट नहीं दिए जाने पर भी सवाल उठाए और दावा किया कि वह सही प्रत्याशी को टिकट देने के लिए कह रहे थे. उन्होंने खुद को चुनाव प्रचार अभियान से अलग रखने का ऐलान करते हुए कहा कि कुछ सीटों को छोड़ दें तो कांग्रेस उम्मीदवारों की जमानत जब्त होगी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो