महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना के बीच जारी सत्ता का घमासान अपने चरम पर पहुंच चुका है. दोनों में कोई भी पार्टी झुकने को तैयार नहीं. एक तरफ जहां बीजेपी ने 5 नवंबर के लए वांखड़े स्टेडियम बुक कर लिया है तो वहीं दूसरी तरफ शिवसेना भी दावा कर चुकी है राज्य में सीएम तो शिवसेना का ही होगा. इन सब के बीच पिछले कुछ दिनों में शिवसेना और बीजेपी के बीच काफी खटास भी पैदा हो गई है. इसका जिम्मेदार काफी हद तक दोनों पार्टियों के नेताओं में हो रही बयानबाजी को ठहराया जा सकता है लेकिन सबसे ज्यादा जिनके बयानों से दोनों पार्टियों में खटास पैदा हुई वो हैं संजय राउत.
पिछले कुछ दिनों से संजय राउत काफी आक्रामक रूप में नजर आ रहे हैं. आए दिन वो बीजेपी पर जिस तरह से निशाने साध रहे हैं उससे कहीं न कहीं पार्टियों के रिश्तों में दूरियां जरूर आई हैं. संजय राउत किस तरह से बीजेपी पर आक्रामक बने हुए हैं ये फिलहाल उनका ऑफिशियल ट्वीटर हैंडल पता लगाया जा सकता है.
'साहिब...मत पालिए, अहंकार को इतना, वक़्त के सागर में कईं, सिकन्दर डूब गए.' ये वो ट्वीट है जो संजय राउत ने हाल ही में किया था. इसके अलावा उनका बीजेपी पर वादे से मुकरने का आरोप या अन्य बयान चर्चाओं में बने रहते हैं.
*साहिब...*
*मत पालिए, अहंकार को इतना,*
*वक़्त के सागर में कईं,*
*सिकन्दर डूब गए..!*— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 1, 2019
व्यंग चित्रकाराची कमाल!
बुरा न मानो दिवाली है.. pic.twitter.com/krj2QAnGmB— Sanjay Raut (@rautsanjay61) October 25, 2019
इससे पहले संजय राउत ने अपने बयान में कहा था कि 'महाराष्ट्र की कुंडली तो हम ही बनाएंगे. कुंडली में कौन सा ग्रह कहां रखना है और कौन से तारे जमीन पर उतारने हैं, किस तारे को चमक देना है, इतनी ताकत आज भी शिव सेना के पास है.' उन्होंने ये भी कहा कि व्यक्तिगत फायदा मायने नहीं रखता है, राज्य जरूरी है.
बता दें, महाराष्ट्र में सत्ता को लेकर जारी घमासान के बीच बीजेपी शिवसेना दोनों की निगाहें इस वक्त एनसीपी पर टिकीं हुई है. लेकिन अब एनसीपी चीफ शरद पवार ने भी साफ कर दिया है कि वे बीजेपी या शिवसेना, किसी को भी समर्थन देने के मूड में नहीं है और विपक्ष में ही बैठेंगे. बता दें, शरद पवार का ये फैसला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में शिवसेना नेता संज राउत ने शरद पवार से मुलाकात की थी और इस मुलाकात के बाद उन्हें इतना आत्मविश्वास हो गया था कि उन्होंने यहां तक कह दिया था कि इस बार मुख्यमंत्री शिवसेना से ही होगा.
बता दें, कांग्रेस-एनसीपी के इस फैसले से शिवसेना को तगड़ा झटका लगा है. राज्य में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर बीजेपी से जारी खींचतान के बीच शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस की ओर देख रही थी. शिवसेना को उम्मीद थी कि वह एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बना लेगी. लेकिन अब जब एनसीपी ने साफ कर दिया है कि वो विपश्र में ही बैठेगी तो शिवसेना की उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है.
शिवसेना बार-बार बीजेपी को 50-50 फॉर्मूले की याद दिलाई रही है और बीजेपी इसपर राजी नहीं है. वहीं शिवसेना भी पीछे नहीं हट रही है और लगातार बयानबाजी कर रही है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा. इसके अलावा उन्होंने ट्वीट के जरिए भी बिना नाम लिए बीजेपी पर निशाना साधा. संजय राउत का ये बयान तब आया है जब गुरुवार को उन्होंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो