मणिपुर विधानसभा चुनाव 2022 (Manipur Assembly Election 2022) जीतने के अनुमान के बीच भारतीय जनता पार्टी और मुख्यमंत्री नोंगथोम्बम बिरेन सिंह की सत्ता बरकरार रह सकती है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और मणिपुर प्रभारी संबित पात्रा ने पहले ही कह दिया था कि मणिपुर में एन बीरेन सिंह ही सरकार का नेतृत्व करेंगे. हालांकि, इससे पहले पार्टी ने अभी तक ऐसी कोई औपचारिक घोषणा नहीं की. एन बीरेन सिंह ने 15 साल से काबिज कांग्रेस नेता ओकराम इबोबी सिंह से मुख्यमंत्री का पद हासिल किया था. मणिपुर में वह भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं.
61 साल के एन बीरेन सिंह एक भारतीय राजनीतिज्ञ और मणिपुर के मुख्यमंत्री हैं. भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं और राष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल खिलाड़ी रह चुके हैं. बीरेन सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत साल 2002 में क्षेत्रीय पार्टी डेमोक्रेटिक पीपुल्स पार्टी से जुड़कर की. वे राज्य की हेनगांग विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. साल 2004 के चुनाव से पूर्व इस पार्टी का विलय कांग्रेस में हो गया था. वे कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में सतर्कता राज्य मंत्री बनाए गए. साल 2007 में वे फिर इसी विधानसभा क्षेत्र से चुने गए. इस बार उन्हें सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण, युवा मामले और खेल मंत्री बनाया गया.
मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करवाने से हुए नाराज
एन बीरेन सिंह साल 2012 में तीसरी बार अपनी हेनगांग सीट बचाने में सफल रहे, लेकिन मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने के कारण इबोबी सिंह से उनके संबंध खराब हो गए. अक्टूबर, 2016 में वे कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. उन्हें राज्य भाजपा में चुनाव प्रबंधन समिति का प्रवक्ता और सह संयोजक नियुक्त किया गया था. साल 2017 में उन्होंने फिर से हेनगांग विधानसभा क्षेत्र से अपनी सीट बरकरार रखी. इसके बाद उन्हें मणिपुर का 12 वां मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. उन्होंने भाजपा और उसके सहयोगियों के 33 विधायकों के समर्थन से असेंबली का फ्लोर टेस्ट जीता.
ये भी पढ़ें - भाजपा जीती तो एन. बीरेन सिंह ही होंगे मुख्यमंत्रीः पात्रा
स्पोर्ट्स, BSF और पत्रकारिता के बाद राजनीति
एक फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में नोंगथोम्बम बिरेन सिंह ने अपना करियर शुरू किया था. वह सीमा सुरक्षा बल (BSF) में शामिल हुए और घरेलू प्रतियोगिताओं में अपनी टीम के लिये खेला. उन्होंने बीएसएफ से इस्तीफा दे दिया और पत्रकारिता की ओर रुख किया. उन्होंने 1992 में एक स्थानीय दैनिक नाहरोलगी थौडांग शुरू किया और 2001 तक संपादक के रूप में काम किया. इसके बाद साल 2002 में वह राजनीति में शामिल हो गए.
मणिपुर में पहले चरण का मतदान 27 फरवरी और दूसरे चरण का मतदान तीन मार्च को होने वाला था, लेकिन तारीखों में बदलाव के बाद पहले चरण की वोटिंग 28 फरवरी और दूसरे चरण की वोटिंग 5 मार्च को कराई गई. 10 मार्च को बाकी 4 राज्यों के साथ मणिपुर में भी मतगणना की जाएगी.
HIGHLIGHTS
- फुटबॉल खिलाड़ी के रूप में नोंगथोम्बम बिरेन सिंह ने करियर शुरू किया था
- 1992 में नाहरोलगी थौडांग अखबार शुरू किया और 2001 तक संपादक रहे
- एन बीरेन सिंह ने साल 2002 में की अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत