मांझी विधानसभा सीट महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है पर अगर भौगोलिक रूप से यह महत्वपूर्ण सीट भोजपुर क्षेत्र के सारण जिले में आता है . वर्ष 2105 के विधानसभा चुनाव में इस सीट से RJD, JDU और कांग्रेस के संयुक्त रूप से चुनाव लड़ा था. यह सीट गठबंधन के चलते कांग्रेस के हिस्से में आई थी और यहाँ से विजयी हुए थे .
2015 में यहां से कांग्रेस के टिकट पर विजय शंकर दुबे ने LJP के केशव सिंह को 8,866 वोट से हराया था. फरवरी 2005 के विधानसभा चुनाव से 2010 तक इस सीट पर JDU के गौतम सिंह विजयी रहे थे. उससे पहले 2000 में निर्दलीय रवींद्र नाथ मिश्र ने यहां से बाजी मारी थी. इस सीट पर बीजेपी अभी तक नहीं जीत पायी है. सारण जिले के इस मांझी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में अब तक 16 बार हुए चुनावों में सबसे ज्यादा सात बार कांग्रेस को जीत मिली है.
तीन बार JDU, दो-दो बार निर्दलीय और संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी और एक-एक बार जनता दल और जनता पार्टी को जीत मिली. इस सीट की अगर जातीय समीकरण की बात करें तो हमेशा से राजपूत और यादव वोटरों का दबदबा है, जबकि ब्राह्मण वोटर निर्णायक की भूमिका में हैं. अगड़ी जातियों के वोटरों की संख्या को देखते हुए ही सभी पार्टियां यहां से जातीय समीकण को देखते हुए प्रत्याशी उतारती रही हैं.
Source : News Nation Bureau