बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से भाजपा की टिकट पर जीते जसवंत सिंह के बेटे मानवेन्द्र सिंह ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया. इससे पहले बुधवार सुबह उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. पिछले महीने बाड़मेर में आयोजित एक बड़ी स्वाभिमान रैली में उन्होंने पहले कहा कि कमल का फूल हमारी भूल और फिर उसके बाद उन्होंने भाजपा से नाता तोड़ लिया था.
Delhi: Manvendra Singh leaves from the residence of Congress President Rahul Gandhi pic.twitter.com/eRoxeugf3R
— ANI (@ANI) October 17, 2018
मानवेन्द्र की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से लंबे समय से अनबन चल रही थी. पिछले लोकसभा चुनाव में बाड़मेर से उनके पिता जसवंत सिंह का भाजपा ने टिकट काट कर कर्नल सोनाराम पर दांव लगाया था, जबकि जसवंत सिंह ने निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा था और वे सोनाराम से हार गए थे. हालांकि उन्हें निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 4 लाख से ज्यादा वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी हरीश चौधरी को केवल 2 लाख 20 हज़ार वोट ही मिल पाए. कांग्रेस यह मान कर चल रही है कि ममवेन्द्र के कांग्रेस जॉइन करने से पार्टी को बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर सहित आसपास के कई जिलों में पार्टी को फायदा मिल सकता है.
Delhi: Manvendra Singh joins Congress party, says, "I met Rahul Gandhi in the morning today and he welcomed me into the Party. I have confidence that my supporters will continue to support me." pic.twitter.com/D7rrgXbAM3
— ANI (@ANI) October 17, 2018
कांग्रेस में शामिल होने के बाद मानवेंद्र सिंह ने कहा, ''आज सुबह में मेरी राहुल गांधी से मुलाकात हुई. उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने के मेरे फैसले का स्वागत किया. मुझे विश्वास है कि मेरे समर्थक इस फैसले से परेशान नहीं होंगे और मेरा समर्थन करते रहेंगे.''