मिजोरम में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में शरणार्थी भी मतदान करेंगे. चुनाव आयोग ने शरणार्थियों के लिए विशेष मतदान केंद्र की व्यवस्था की है. त्रिपुरा के शरणार्थी शिविरों में पिछले 21 सालों से ठहरे हुए जनजातीय शरणार्थियों को मतदान करने की सुविधा प्रदान करने के लिए चुनाव आयोग मिजोरम-त्रिपुरा सीमा स्थित कान्हमुन गांव में मतदान केंद्र स्थापित करेगा. बुधवार को एक अधिकारी ने बताया कि मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा के लिए 28 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें यहां शरणार्थी भी मतदान कर सकेंगे. रियांग जनजाति के 35,000 शरणार्थियों में 11,232 योग्य मतदाता हैं, जिनमें पुरुष और महिला दोनों मतदाता शामिल हैं.
मिजोरम विधानसभा चुनाव के दौरान शरणार्थी मतदाताओं के मतदान करने का मसला काफी विवादास्पद बन गया था, जिसको लेकर मुख्य चुनाव अधिकारी एस. बी. शशांक को बदल कर नए अधिकारी के तौर पर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आशीष कुंद्रा को मतदान से दो सप्ताह पहले नियुक्त किया गया.
मिजोरम के संयुक्त चुनाव अधिकारी जोराम्मुआना ने कहा, 'निर्वाचन आयोग द्वारा हमें मिजोरम क्षेत्र में मामित जिले के अंतर्गत सीमापर स्थित कन्हामुन गांव में 15 मतदान केंद्र बनाने को कहा गया है.'
उन्होंने कहा, 'त्रिपुरा सरकार से सुरक्षा व मतदाताओं को शरणार्थी शिविरों से लाने के लिए परिवहन की सुविधा प्रदान करने का आग्रह किया जाएगा.'
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मिजोरम में विधानसभा की 40 सीटें हैं और कांग्रेस यहां सत्तारूढ़ पार्टी है. उत्तर-पूर्व में मिजोरम एकमात्र राज्य है जहां कांग्रेस सत्ता में है. राज्य में 28 नवंबर को एक चरण में होने वाले मतदान के लिए अधिसूचना दो नवंबर को जारी की गई थी और नामांकन की अंतिम तिथि 9 नवंबर थी.
राज्य में 7,68,181 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले हैं. मिजोरम की मतदाता सूची में महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है. कुल महिला मतदाताओं की संख्या 3,93,685 है, जबकि पुरुष 3,74,496 हैं.
(IANS इनपुट्स के साथ)
Source : News Nation Bureau