मध्यप्रदेश में बीजेपी की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री के नाम पर जारी सस्पेंस आठ दिन बाद आज खत्म हो गया. मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. इसके साथ दो उप मुख्यमंत्री के नाम का भी ऐलान कर दिया गया. जगदीप देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बनाया गया है. इसी के साथ नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा स्पीकर होंगे. बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाकर सभी को चौंका दिया. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से विधायक हैं. शिवराज कैबिनेट में मोहन यादव उच्च शिक्षा मंत्री थे.
शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया. इसी के साथ मोहन यादव प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे. सीएम ऐलान होने के बाद मोहन यादव ने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व और सभी नेताओं का आभार जताया. मोहन यादव ने कहा कि उन जैसे छोटे कार्यकर्ताओं को पार्टी ने जो जिम्मेदारी सौंपी है उसपर खड़ा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे. मोहन यादव ने कहा आपके प्यार और सहयोग से मैं अपनी जिम्मेदारियां पूरी करने का प्रयास करूंगा.
सीएम के नाम का ऐलान होने के बाद मोहन यादव की पत्नी ने कहा कि भगवान महाकाल के आशीर्वाद से यह सब हुआ है. वो 1994 से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. वह जब उज्जैन आते हैं तब महाकाल के दरबार में पूजा करते हैं. मोहन यादव के बेटे ने भी पिता के मुख्यमंत्री बनने पर खुशी जताई
#WATCH | Ujjain, MP: After Mohan Yadav was elected as the new Chief Minister of Madhya Pradesh, his wife says "Bhagwan Mahakal ka ashirwad hai, party ka ashirwad hai. He has been working with the BJP since 1984. Whenever he used to come to Ujjain, he went to offer prayers to… pic.twitter.com/dcobNL0Zdr
— ANI (@ANI) December 11, 2023
मोहन यादव 1982 में छात्र नेता के तौर पर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी. 1984 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद उज्जैन के नगर मंत्री रहे मोहन सिंह ने 2004 में भाजपा की प्रदेश कार्य समिति के सदस्य बने थे. 2011-2013 में मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, भोपाल के अध्यक्ष भी रहे हैं. विधायक दल की बैठक में यह मोहन यादव के नाम पर मुहर लगी. कयास लगाया जा रहा था कि शिवराज सिंह चौहान को फिर से कमान मिलेगी, लेकिन पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए मोहन यादव को सूबे की कमान सौंपी है. मोहन यादव ओबीसी समुदाय से आते हैं. लोकसभा चुनाव की रणनीति को देखते हुए बीजेपी ने यह दांव चला है.
Source : News Nation Bureau