मध्य प्रदेश को आज मुख्यमंत्री मिल जाएगा. राजधानी भोपाल में विधायक दल की बैठक जारी है. बैठक के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. बीजेपी कार्यालय के बाहर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी दफ्तर के बाहर प्रह्लाद पटेल और शिवराज सिंह चौहान के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है. वहीं, प्रह्लाद पटेल के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. विधायक दल के नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षकों की टीम भोपाल में मौजूद है. पर्यवेक्षकों में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, आर के लक्ष्मण और आशा लाकड़ा हैं. मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा से पहले नव निर्वाचित विधायकों और पर्यवेक्षकों का फोटो सेशन भी हुआ.
मध्यप्रदेश में बीजेप की ऐतिहासिक जीत के बाद मुख्यमंत्री के नाम पर जारी सस्पेंस आठ दिन बाद खत्म हो जाएगा. इस बैठक में भाग लेने केंद्रीय पर्यवेक्षक हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लक्ष्मण और राष्ट्रीय सचिव आशा लाकड़ा सोमवार सुबह भोपाल पहुंचे थे. मुख्यमंत्री की रेस में शिवराज सिंह चौहान के अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय समेत वीडी शर्मा का नाम चल रहा है.
शिवराज सिंह की दावेदारी मजबूत
शिवराज सिंह चौहान को फिर से सीएम बनाने की मांग उठ रही है. शिवराज सिंह के समर्थक बीजेपी कार्यालय के बाहर नारेबाजी कर रहे हैं. समर्थकों की मांग है कि उनके नेता को प्रदेश की कमान दी जाए. कई विधायकों ने भी शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है. दरअसल, लाडली बहना योजना का चुनाव में बीजेपी को बड़ा फायदा पहुंचा है. सीएम शिवराज सिंह चौहान महिलाओं के खाते में 1250 रुपये भेज रहे थे. इससे बीजेपी को चुनाव में काफी फायदा हुआ.
विजयवर्गीय के नाम पर भी चर्चा
मुख्यमंत्री के नाम में कैलाश विजयवर्गीय के नाम की चर्चा भी जोरों पर है. ऐसा इसलिए की रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी हाल ही में विजयवर्गीय से मुलाकात की थी. चुनाव प्रचार के दौरान भी विजयवर्गीय ने कहा था कि केवल विधायक बनने नहीं आया हूं. चुनाव परिणाम आने के बाद भी विजयवर्गीय ने कहा था कि सीएम का नाम विधायक दल की बैठक में तय होगा.
Source : News Nation Bureau