8 फरवरी को हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद आज नतीजे घोषिए कर दिए गए. दिल्ली की मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के हाजी यूनुस ने बीजेपी के जगदीश प्रधान को हरा दिया. शुरुआती रुझानों में बीजेपी के जगदीश प्रधान एकतरफा जीत की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन समय के साथ-साथ हाजी यूनुस ने पासा पलट दिया. दिल्ली चुनाव 2020 के शुरुआती रुझानों में सुबह 11.05 बजे तक बीजेपी को 29947 वोट मिल चुके हैं तो वहीं आप के खाते में 10173 वोट थे. दिल्ली में आम आदमी पार्टी लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने जा रही है.
दिल्ली की मुस्तफाबाद विधानसभा सीट उत्तर-पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. परिसीमन आयोग ने इस विधानसभा का गठन साल 2008 में किया था. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में बीजेपी ने जगदीश प्रधान, आप ने हाजी यूनुस और कांग्रेस ने अली मेहदी को मैदान में उतारा है.
मौजूदा समय में इस सीट पर बीजेपी के जगदीश प्रधान विधायक हैं. साल 2008 की बात करें तो इस सीट पर सबसे पहले कांग्रेस के हसन अहमद विधायक चुने गए थे. इसके बाद 2013 विधानसभा चुनाव में हसन अहमद लगातार दूसरी बार यहां से विधायक चुने गए. लेकिन 2015 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जगदीश प्रधान ने हसन अहमद को करीब 6 हजार वोटों के अंतर से पटखनी देकर मुस्तफाबाद की सत्ता हासिल की.
आम आदमी पार्टी को दोनों बार मिली हार
आम आदमी पार्टी ने 2013 चुनाव में कपिल कुमार धामा को इस सीट से टिकट दिया था. आप की टिकट पर कपिल ने 2013 में मुस्तफाबाद सीट से कुल 19759 वोट हासिल किए और तीसरे स्थान पर रहे. कपिल की हार के बाद पार्टी ने 2015 चुनाव में मोहम्मद यूनुस को टिकट दी, लेकिन मोहम्मद यूनुस भी मुस्तफाबाद से आम आदमी पार्टी के लिए चुनाव नहीं जीत पाए. उन्हें 49,791 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर रहे थे.
2015 विधानसभा चुनाव में हुई थी 70.85 प्रतिशत वोटिंग
2015 विधानसभा चुनाव के आंकड़ों के मुताबिक इस क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2,33,445 है. जिनमें 129510 पुरुष और 103928 महिला मतदाता हैं. 2015 विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर 1,65,388 लोगों ने वोट डाला था. पिछले बार यहां कुल 70.85 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. 2015 विधानसभा चुनाव में इस सीट से कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने जीती थी 70 में से 67 सीटें
पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई थी. बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें ही मिलीं थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
Source : News Nation Bureau