नजफगढ़ सीट दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के पटेल नगर इलाके में आता है और इस सीट पर अभी आम आदमी का कब्जा है. 2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के कैलाश गहलोत ने विधायक की कुर्सी पर कब्जा जमाया था. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हरियाणा राज्य की सीमा से सटी यह सीट 1951 में विधानसभा क्षेत्र घोषित की गई थी. उस वक्त के चुनाव में यहां से कांग्रेस के अजीत सिंह ने जीत हासिल की थी. कांग्रेस का गढ़ रही इस सीट पर लगातार 5 बार जीत हासिल की. इस बार नजफगढ़ विधानसभा सीट पर बीजेपी से Ajeet Kharkhari, आम आदमी पार्टी से Kailash Gehlot और कांग्रेस से Sahib Singh Yadav के बीच कड़ी टक्कर है.
तहसील मुख्यालय होने के साथ ही इस विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के परिवेश दोनों ही दिखाई देता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 1733 में दिल्ली के सुल्तान शाह आलम के सेनापति मिर्जा नजफ खान ने इस इलाके में सैनिकों के ठहरने के लिए इमारत का निर्माण कराया था. नजफ खान के नाम पर इस क्षेत्र का नाम नजफगढ़ रखा गया. इस इलाके में आज भी कई मुगल और ब्रिटिशकालीन इमारतें मौजूद हैं. इस इलाके से विभिन्न क्षेत्रों में भारत का नाम रोशन करने वाली हस्तियां भी निकली हैं. दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री ब्रह्म प्रकाश, क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, पहलवान सुशील कुमार यहीं के रहने वाले हैं.
विधायक
कैलाश गहलोत आप के नेता और नजफगढ़ विधानसभा सीट से विधायक हैं.कैलाश गहलोत आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता और दिल्ली सरकार में परिवहन मंत्री कैबिनेट हैं. उनके पास राज्स्व मंत्रालय भी है. वह नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. कैलाश गहलोत की पत्नी मौसमी मिश्रा और दो बेटियां भी है. कैलाश गहलोत एलएलएम पास हैं और इनकी कुल सम्पत्ति 37.40 करोड़ रुपये की थी.
विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने मारी बाजी
2015 के चुनाव में इस सीट पर आम आदमी पार्टी ने कब्जा जमाया. वर्तमान आप विधायक कैलाश गहलोत ने इनेलो के उम्मीदवार भारत सिंह को 1555 वोटों के अंतर से हराया था. कैलाश गहलोत को कुल 55598 वोट मिले थे.
कुल मतदाताओं की संख्या 232919
2015 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक द्वारका विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 232919 है. यहां कुल 125069 पुरुष मतदाता हैं जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 107843 हैं.
बीजेपी फिर देगी चुनौती
इस सीट पर पिछली बार इनेलो के उम्मीदवार भारत सिंह हार गए थें लेकिन इनेलो सहित बीजेपी और कांग्रेस एक बार फिर इस सीट पर एक बार कब्जा जमाने की कोशिश करेगी.
दिल्ली में 8 फरवरी को होंगे विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई थी. बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें ही मिलीं थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.