दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में नरेला एक प्रमुख सीट है. NCR क्षेत्र का हिस्सा यह विधानसभा सीट उत्तर पश्चिम दिल्ली जिले में आता है. नरेला सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. यह सीट उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आती है. 1993 में नरेला को विधानसभा क्षेत्र घोषित किया गया. तब यहां बीजेपी के इंद्रराज सिंह ने जीत हासिल की और विधायक बने.
इसके बाद 1998 में हुए दूसरे विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बाजी मारी और उसके प्रत्याशी चरण सिंह कंडेरा विधायक बने. इसके बाद कांग्रेस ने यहां से दो बार जीत हासिल की. 2015 के चुनाव में नरेला सीट से आम आदमी पार्टी के शरद चौहान को विधायक चुना गया.
नरेला सीट से बीजेपी ने नीलदमन खत्री, कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुंडू और आम आदमी पार्टी ने शरद चौहान को मैदान में उतारा है.
इस क्षेत्र से निकला जीटी रोड लाहौर और काबुल के रास्ते से जुड़ता है. मुगल सम्राट जहांगीर की जीवन जहांगीरनामा में भी नरेला का जिक्र मिलता है. दिल्ला और हरियाणा की सीमा पर बसा यह विधानसभा क्षेत्र औद्योगिक क्षेत्र भी है. इस सीट पर कुल 241032 मतदाता हैं. जिनमें 134149 पुरुष मतदाता और 106866 महिला मतदाता हैं.
Source : News Nation Bureau