Advertisment

भूपेश बघेल होंगे छत्‍तीसगढ़ के नए CM, बोले-10 दिन में होगा किसानों का कर्ज माफ

रायपुर में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पार्टी विधायकों की बैठक में भूपेश बघेल को विधायक दल का नेता चुना गया.

author-image
Drigraj Madheshia
एडिट
New Update
भूपेश बघेल होंगे छत्‍तीसगढ़ के नए CM, बोले-10 दिन में होगा किसानों का कर्ज माफ

भूपेश बघेल होंगे छत्‍तीसगढ़ के नए CM

Advertisment

छत्‍तीसगढ़ में बीजेपी का सूपड़ा साफ करने वाली कांग्रेस ने आखिरकार CM के नाम का ऐलान कर ही दिया. रायपुर में कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पार्टी विधायकों की बैठक में भूपेश बघेल को विधायक दल का नेता चुना गया. इसी के साथ भूपेश बघेल अब छत्‍तीसगढ़ के नए CM हो जाएंगे. बैठक में मल्लिकार्जुन खड़गे, PL पुनिया, चरण दास महन्त और TS सिंहदेव भी मौजूद थे. दूसरे प्रबल दावेदार सरगुजा के राजा TS सिंहदेव को बघेल ने पीछे छोड़ दिया. विधायकों ने भूपेश बघेल को अपना नेता चुना और अब बघेल के हाथों में छत्‍तीसगढ़ की कमान होगी. इससे पहले छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री तय करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को दूसरी बार नेताओं को बैठक के लिए बुलाया था.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता खड़गे ने कहा कि भूपेश बघेल को विधायक दल का नेता चुना गया है.सभी विधायकों ने एक स्वर में कहा है कि राहुल गांधी जिसे चुनेंगे, वही हमारा नेता होगा.सभी से चर्चा के बाद नाम पर सहमति बनी.हम सभी को विश्वास है भूपेश सबको साथ लेकर चलेंगे.उन्होंने कहा कि कल यानी सोमवार 17 दिसंबर को भूपेश बघेल रायपुर के साईंस कॉलेज मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.खड़गे ने कहा कि कोई नेता बड़ा या छोटा नहीं होता, सभी बराबर होते हैं.कांग्रेस नेता ने कहा कि कल सिर्फ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली जाएगी, बाकी के पदों के बारे में बैठक कर तय किए जाएगा.

झीरम घाटी मामले में फाइल दोबारा खुलेगी- भूपेश बघेल

भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में किसान, नौजवान, महिलाएं, युवा और छोटे व्यापारियों पर फोकस रहेगा. उन्होंने कहा कि झीरम घाटी मामले में फाइल दोबारा खुलेगी. इस मामले में जांच हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि राहुल जी ने किसानों से कर्जमाफी का जो वादा किया है वह भी सरकार की प्राथमिकता है. इससे पहले मुख्यमंत्री पद के दावेदार टीएस सिंहदेव और भूपेश बघेल के समर्थकों में टकराव हुआ. रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय पर दोनों पक्षों ने नारेबाजी की. कार्यालय का गेट तोड़ दिया. पुलिस के साथ भी झड़प की. विधानभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से शनिवार तक चार दिन में रायपुर से दिल्ली तक 10 से ज्यादा बैठकें कीं. शनिवार को ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चारों दावेदारों- टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल, चरणदास महंत और ताम्रध्वज साहू के साथ दिल्ली में दो बार बैठक की.

इस बैठक के बाद राहुल गांधी ने भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, चरणदास महंत और ताम्रध्वज साहू के साथ फोटो ट्वीट की. अमेरिकी आंत्रप्रेन्योर रेड हॉफमैन के शब्दों में राहुल ने कहा- इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपका दिमाग कितना तेज है या आपकी रणनीति कितनी शानदार है. अगर आप अकेले खेल रहे हैं तो टीम के सामने आप हमेशा हारेंगे. 

यह भी पढ़ेंः चुनाव जीतने के बाद फिर Election Mode में टीम राहुल, शपथग्रहण को मेगा शो बनाएगी कांग्रेस

बता दें कि छत्‍तीसगढ़ में भूपेश बघेल, ताम्रध्वज साहू, टीएस सिंह देव, चरणदास महंत मुख्‍यमंत्री पद के दावेदार हैं. 90 विधानसभा वाले छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को 68 सीटें मिली हैं. भूपेश बघेल के नेतृत्व में ही कांग्रेस ने यह चुनाव लड़ा. उधर, रायपुर में टीएस सिंह देव के बंगले पर राज्‍य के 21 विधायकों का जमावड़ा लगा है. सभी विधायक सरगुजा संभाग के बताए जा रहे हैं. माना जा रहा है कि मुख्‍यमंत्री पद के लिए टीएस सिंह देव और भूपेश बघेल में कड़ी टक्‍कर थी.

publive-image

सियासी सफर

जब छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था तो भूपेश ने राजनीति की पारी यूथ कांग्रेस के साथ शुरू की थी. 1980 के दशक में दुर्ग जिले के रहने वाले भूपेश यहां के यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष बने. 2000 में जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना तो वह पाटन से विधायक चुने गए. और वह जोगी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बने.

2003 में भूपेश को विपक्ष का उपनेता बनाया गया. अक्तूबर 2014 से वह कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष हैं. 2008 के चुनाव में 9343 वोट से बीजेपी के विजय बघेल से जीते थे. 2013 में पाटन से ही एकबार फिर चुनाव लड़े और 7842 वोटों से बीजेपी के विजय बघेल को फिर शिकस्त दी.

बघेल का काम

  • झीरम कांड के बाद कांग्रेस को मजबूती दिलाई.
  • भाजपा के खिलाफ हर माेर्चे पर मुकाबला किया.
  • लगातार 5 साल तक कार्यकर्ताआें को सक्रिय रखा.
  • पहली बार कांग्रेस संगठन को बूथ तक ले गए.
  • आरोपों के बावजूद चुनाव में पूरी ताकत से का प्रचार करते रहे.

यह भी पढ़ें ः मुख्‍यमंत्री की रेस में ताम्रध्वज निकले आगे, टीएस सिंह देव और भूपेश बघेल डिप्‍टी सीएम का पोस्‍ट लेने को तैयार नहीं

बघेल सर्वाधिक वोटरों वाले ओबीसी वर्ग से आते हैं और वह 1993 से छत्तीसगढ़ मनवा कुर्मी क्षत्रिय समाज के संरक्षक हैं. सामाजिक सुधारों के पक्षधर बघेल खर्चीली शादियों के विरोधी हैं और वह कम पैसे में शादी को बढ़ावा देते हैं. इसके लिए वह सामूहिक विवाह का आयोजन करते हैं.

छत्‍तीसगढ़ के सीएम

  • 12 दिसंबर 2013 रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
  • 8 दिसंबर 2008 रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
  • 7 दिसंबर 2003 रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी
  • 1 नवंबर 2000 अजित जोगी कांग्रेस

 

VIDEO: राहुल गांधी के दिलचस्प ट्वीट ने इशारा कर बताया कौन होगा छत्तीसगढ़ का शहनशाह?

Source : News Nation Bureau

congress rahul gandhi bhupesh-baghel TS Singh Deo Tamrdhwaj sahoo Charan das mahanth New CM of Chhattisgarh
Advertisment
Advertisment