कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्य प्रदेश दौरे के दौरान पनामा पेपर्स लीक मामले पर उनके बयान पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की ओर से मंगलवार को भोपाल की अदालत में परिवाद (कंप्लेन) दायर की गई. शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान की ओर से अधिवक्ता शिरीष श्रीवास्तव ने मंगलवार को विशेष न्यायाधीश सुरेश सिंह की अदालत में परिवाद दायर किया.
अधिवक्ता शिरीष श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि कार्तिकेय की ओर से न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है, क्योंकि राहुल गांधी ने शिवराज सिंह चौहान और उनके बेटे की छवि को धूमिल करने की कोशिश की है. उनका यह आरोप योजनावद्ध है. राहुल गांधी इस तरह के आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ उठाना चाहते हैं. श्रीवास्तव ने आगे कहा, "राहुल गांधी ने झाबुआ में एक जनसभा के दौरान पनामा पेपर्स लीक मामले में चौहान के बेटे कार्तिकेय का नाम होने का आरोप लगाया था, चौहान और उनके बेटे का किसी भी तरह के लीक्स से कोई लेना देना नहीं है, यह पूरी तरह राजनीतिक और छवि धूमिल करने वाला बयान है, इसलिए कार्तिकेय की ओर से मानहानि का परिवाद न्यायालय में दायर किया गया है. परिवाद के साथ अखबारों की कतरनें और वीडियो संलग्न की गई है."
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राहुल गांधी ने बीते रोज जनसभा में आरोप लगाया था कि पनामा पेपर्स लीक में शिवराज के बेटे का नाम है. इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का पद चला गया मगर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के बेटे का नाम होने पर भी कुछ नहीं हुआ.
इस आरोप पर शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, "राहुल गांधी कोई छोटे या गलीछाप नेता नहीं है, लिहाजा उन्होंने जो आरोप लगाया है वह बिना सोचे समझे नहीं लगाया गया होगा."
शिवराज सिंह चौहान ने बीती देर रात ट्वीट कर कहा, "पिछले कई वर्षो से कांग्रेस मेरे और मेरे परिवार के ऊपर अनर्गल आरोप लगा रही हैं. हम सबका सम्मान करते हुए मर्यादा रखते हैं, लेकिन आज तो राहुल गांधी ने मेरे युवा बेटे कार्तिकेय का नाम पनामा पेपर्स में आया है कह कर, सारी हदें पार कर दी! कल (मंगलवार) ही हम उन पर मानहानि का दावा कर रहे हैं."
Source : IANS