बिहार विधान सभा चुनाव का विगुल बज चुका है. चुनाव आयोग ने इलेक्शन की तारीखों का ऐलान कर दिया है. सियासी पार्टियों ने अपने-अपने समीकरण सेट करने में चुनावी रणनीति बनाना शुरु कर दिया हैं. इस बार बिहार में 28 अक्टूबर को पहले चरण के लिए मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के लिए 3 नवंबर और सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग होगी. इस बार दस नवंबर को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे.
विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता अपनी पार्टी के प्रचार और संगठन को मजबूत करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. ऐसे में देखना होगा कि इस बार बिहार की जनता किसे सत्ता पर बैठाएगी और किसे बाहर का रास्ता दिखाएगी. लेकिन उससे पहले हम पिपरा विधानसभा क्षेत्र के बारे में जानेंगे.
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पिपरा(सुपौल) विधानसभा सीट के बारे में
बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक पिपरा(सुपौल) विधानसभा का सीट क्रमांक 42 है. बता दें कि यह विधानसभा सीट 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिशों के बाद अस्तित्व में आई है. इस विधानसभा सीट से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक यदुवंश कुमार यादव विधायक हैं. सुपौल जिले में कुल 5 विधानसभाएं आती हैं. इनके नाम है- सुपौल, पिपरा, निर्मली, छातापुर और त्रिवेणीगंज.
2008 में यह सीट अस्तित्व में आई. 2010 में पहली बार इस सीट पर वोटिंग हुई. तब जनता दल यूनाइटेड की सुजाता देवी ने लोक जनशक्ति पार्टिी के प्रत्याशी दीनबंधु यादव को हराया था. जेडूयी को इस साल 44,833 वोट मिले थे, वहीं एलजेपी को महज 30,197 वोट हासिल हुए थे.
2015 के चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी यदुवंश कुमार यादव को जीत मिली. उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार विश्वमोहन कुमार को चुनावी समर में मात दी. आरजेडी को कुल 85,944 वोट पड़े तो बीजेपी को 49,575 वोट. इस चुनाव में जीत का अंतर 36,369 रहा. कुल 61.13 फीसदी मतदाताओं ने वोटिंग में हिस्सा लिया था. कुल 9 लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया था, जिनमें से 7 की जमानत जब्त हो गई थी. इस सीट से एक भी महिला उम्मीदवार नहीं खड़ी हुई थी.
मतदाताओं की संख्या-
- पिपरा (सुपौल) सीट का आंकड़ा कुल मतदाता-2,81,438
- पुरुष-1,51,708
- महिला-1,29,716
Source : News Nation Bureau