भाजपा शासित असम और टीएमसी शासित पश्चिम बंगाल में गुरुवार को विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. असम की 126 विधानसभा क्षेत्रों में से कल 39 सीटों के लिए मतदान होना है, जबकि पश्चिम बंगाल की 294 विधानसभा सीटों में से 30 विधानसभा सीटों पर पहली अप्रैल को मतदान होगा. इनमें नौ सीट पूर्वी मेदिनीपुर जिले की हैं जबकि बांकुरा की 8 सीटों, पश्चिमी मेदिनीपुर की 9 सीटों और 24 परगना की 4 सीटों पर चुनाव होने हैं. असम में इस चरण में 26 महिला उम्मीदवारों सहित 345 प्रत्याशियों के चुनावी भाग्य का फैसला होगा, जबकि बंगाल की 30 विधानसभा सीटों पर 171 प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं.
मध्य और दक्षिणी असम में स्थित सीटों के लिए महीने भर चले व्यापक चुनाव प्रचार का दौर मंगलवार को थम गया. इन सीटों में से छह अनुसूचित जनजाति के लिए और पांच अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. असम के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नितिन खाडे ने कहा कि गुरुवार को स्वतंत्र, निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और सुचारु चुनाव कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
असम में कुल 36,09,959 महिलाओं सहित 73,44,631 वोटर अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे. कुल 1,09,292 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 556 मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां प्रबंधन की कमान महिलाओं के हाथ में है. खाडे ने मीडिया को बताया कि 80 साल या इससे अधिक उम्र के 89,875 मतदाता हैं और पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले कुल 90,000 वोटर हैं. इस चरण में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए हजारों राज्य सुरक्षा बल के जवानों के साथ-साथ लगभग 31,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवान तैनात किए गए हैं. चुनाव प्रक्रिया को सुचारु ढंग से संपन्न कराने के लिए 42,368 मतदानकर्मी भी लगे हुए हैं.
टीएमसी की साख दांव पर
पश्चिम बंगाल चुनाव में दूसरे चरण में चार जिलों की कुल 30 विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान होने हैं. आपको बता दें कि इनमें 9 सीट पूर्वी मेदिनीपुर जिले की हैं जबकि बांकुरा की 8 सीटें हैं वहीं पश्चिमी मेदिनीपुर की 9 सीटों और साउथ 24 परगना की 4 सीटों पर चुनाव होने हैं. पिछले चुनाव में इस इलाके में टीएमसी ने क्लीन स्वीप किया था, लेकिन इस बार का चुनावी समीकरण पिछले साल के मुकाबले बदला हुआ है. बीजेपी को इस इलाके से काफी उम्मीदे हैं. मतुआ समुदाय का वोट दूसरे चरण की सीटों पर काफी अहम माना जा रहा है.
नंदीग्राम में ममता बनाम शुभेंदु
आपको बता दें कि दूसरे चरण में पश्चिम बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही नंदीग्राम सीट पर भी इसी चरण में चुनाव होना है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी से शुभेंदु अधिकारी इसी सीट पर आमने-सामने हैं. यही नहीं दूसरे चरण में शुभेंदु अधिकारी की साख भी दांव पर है, क्योंकि उनके गढ़ में चुनाव होने हैं. नंदीग्राम सीट जीतने के लिए ममता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं. इसीलिए वो लगातार ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां और रोड शो कर रही हैं. ममता ने खुद कहा कि मैं एक अप्रैल को वोटिंग होने तक नंदीग्राम में ही रहूंगी और वोटिंग के बाद यहां से जाऊंगी.
अंतिम चरण के मतदान 6 अप्रैल को
तीसरे और अंतिम चरण में 6 अप्रैल को 40 सीटों पर मतदान होगा. परिणाम 2 मई को घोषित किए जाएंगे. पहले चरण में शनिवार को 47 निर्वाचन क्षेत्रों में 8,109,815 मतदाताओं में से लगभग 80 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे. महीने भर के व्यस्त चुनाव अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मध्य प्रदेश के समकक्ष शिवराज सिंह चौहान ने पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ और महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला उन केंद्रीय नेताओं में से थे, जिन्होंने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया.
HIGHLIGHTS
- असम में दूसरे चरण में 39 सीटों पर होगी वोटिंग
- पश्चिम बंगाल की 30 सीटों पर होगी वोटिंग
- मंगलवार की शाम को थम गया था चुनाव प्रचार