प्रधानमंत्री एक बार फिर चुनाव प्रचार के लिए पंजाब जाएंगे. वे 14, 16 और 17 फरवरी को चुनाव प्रचार के लिए पंजाब का दौरा करेंगे. इस दौरान वह अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए जनता से समर्थन मांगेंगे. प्रधानमंत्री जालंधर में 14 फरवरी को जनसभा को संबोधित करेंगे. इसके बाद 16 फरवरी को पठानकोट में और 17 फरवरी को अबोहर में तीसरी जनसभा को संबोधित करेंगे. हालांकि, प्रधानमंत्री की यात्रा का ऐलान होने के साथ ही उनके खिलाफ विरोध के स्वर भी उठने लगे हैं. बताया जाता है कि किसान एक बार फिर प्रधानमंत्री की यात्रा के खिलाफ प्रदर्शन की तैयार में जुटे हुए हैं.
रैली रद्द कर लोटना पड़ा था दिल्ली
गौरतलब है कि इससे पहले पंजाब जाते वक्त रास्ते में ही उनके खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन होने की वजह से उन्हें अपनी यात्रा रद्द कर वापस दिल्ली लौटना पड़ा था. इस दौरान प्रधानमंत्री 15 से 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर फंसे रहे. इसके बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर काफी तकरार हुई थी. इस बीच केंद्र और राज्य सरकार दोनों ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को लेकर जांच टीम का गठन किया था, जिस पर बाद में सुप्रीम ने कोर्ट ने रोक लगाकर रिटायर्ड जस्टिस इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में 12 जनवरी को जांच समिति गठित करने के साथ ही इसे प्रधानमंत्री पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया था.
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हवाी मार्ग से आने की अपील
प्रधानमंत्री की पंजाब यात्रा को देखते हुए एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. पीएम मोदी की यात्रा को देखते हुए कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा है कि पीएम को हेलीकॉप्टर या हवाई जहाज से पंजाब का दौरा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री सूबे की यात्रा सड़क से करेंगे तो उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि सूबे की जनता यह नहीं भूले हैं कि उन्होंने एक साल से ज्यादा वक्त तक सड़कों पर गुजारा था. इस दौरान दौरान 700 से ज्यादा किसानों ने अपनी शहादत दी थी. लिहाजा, इसे कैसे भूला जा सकता है.
20 फरवरी को पंजाब में है मतदान
आपको बता दें कि की सभी सीटों पर 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. दरअसल, यहां पहले 14 फरवरी को मतदान की तारीख तय की गई थी, लेकिन रविदास जयंती को देखते हुए राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग से मतदान टालने की अपील की थी, जिसे मानते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग मतदान की तारीख बढ़ाकर 20 फरवरी कर दिया था. लेकिन मतगणना की तारीख में कोई बदलाव नहीं किया गया था. मतगणना पहले से तय समय यानी 10 मार्च को ही होगी. आपको बता दें कि पंजाब में दलितों की आबादी 32 फीसदी है. राज्य से बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के श्रद्धालु 10 से 16 फरवरी के बीच उत्तर प्रदेश के बनारस जाते हैं. ऐसे में इस समुदाय से बड़ी संख्या में लोग राज्य विधानसभा चुनाव में वोट नहीं डाल पाते. गौरतलब है कि गुरु रविदास की जयंती 16 फरवरी को है.
HIGHLIGHTS
- विरोध के बीच पीएम मोदी जाएंगे पंजाब
- फिर प्रदर्शन की तैयारी में जुटे किसान
- पीएम से हवाई मार्ग से आने की अपील