दिल्ली में 15 सालों तक शासन करने वाली कांग्रेस बेहद ही बुरे दौर से गुजर रही है. पिछली बार की तरह इस बार भी कांग्रेस का खाता दिल्ली में नहीं खुला. कांग्रेस के 63 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई. कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने भी माना कि संघर्ष का वक्त है और बहुत ज्यादा मेहनत करनी होगी.
दिल्ली में कांग्रेस की हार पर प्रियंका गांधी ने कहा, 'जनता जो करती है, सही करती है. ये हमारे लिए संघर्ष का समय है. हमें बहुत संघर्ष करना है. हम करेंगे.'
इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी क्योंकि उसका वोट बैंक आप की तरफ स्थानांतरित हो गया क्योंकि उनका मानना था कि केवल वह (आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल) ही भाजपा को पराजित कर सकते है. कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री मोइली ने कहा,‘इस तरह लोग उस निष्कर्ष पर पहुंचे कि कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने का कोई मतलब नहीं, अन्यथा इससे भाजपा को फायदा होगा.'
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मोइली ने कहा कि कांग्रेस दिल्ली में इस हार के बारे में चिंतित है. यह एक सबक है जिसे हमें सीखना है. अब ध्यान पार्टी का पुनर्निर्माण करने और उसमें फिर से जान फूंकने पर होना चाहिए.
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का लगातार दूसरी बार खाता नहीं खुल सका. उसका मत प्रतिशत इस बार गिरकर 4.27 प्रतिशत रहा जबकि 2015 में उसका मत प्रतिशत 9.7 प्रतिशत रहा था.