इस साल देश के 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. पश्चिम बंगाल, असम, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में मतदान किए जाएंगे. देश के 5 जगहों पर होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी तरह से तैयारियां कर रही हैं और मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही हैं. यूं तो इस बार पश्चिम बंगाल चुनाव को काफी तवज्जो दी जा रही हैं क्योंकि यहां ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सीधी टक्कर बीजेपी से है. इसके बावजूद देश की दो सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस पुडुचेरी विधानसभा चुनाव के लिए भी कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं.
पुडुचेरी में 6 अप्रैल को विधानसभा चुनाव होंगे और 2 मई को नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे. चुनाव से ठीक पहले पुडुचेरी में कांग्रेस और द्रमुक की वी. नारायणसामी सरकार गिर गई. पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी और कांग्रेस ने सरकार गिरने का सीधा आरोप बीजेपी पर लगाया. लिहाजा, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के लिए पुडुचेरी विधानसभा चुनाव काफी अहम हो गया है.
वी. नारायणसामी की जीवनी
पुडुचेरी के पूर्व मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी का जन्म 30 मई, 1947 को पुडुचेरी में हुआ था. कांग्रेस नेता नारायणसामी पुडुचेरी के 10वें मुख्यमंत्री बने. मुख्यमंत्री बनने से पहले वे पुडुचेरी से कांग्रेस के सांसद भी चुने गए थे. इसके अलावा ने मनमोहन सिंह सरकार में केंद्रीय राज्य मंत्री के पद पर भी कार्यरत रहे थे.
राजनीतिक सफर
वी. नारायणसामी 3 बार राज्यसभा के सांसद चुने गए. साल 2009 से लेकर 2014 तक वे पुडुचेरी के सांसद रहे. वे मनमोहन सिंह सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय राज्य मंत्री के पद पर भी कार्यरत रहे थे. लोकसभा चुनाव 2014 में उन्हें एनडीए उम्मीदवार आर. राधाकृष्णन ने हरा दिया था. पुडुचेरी विधानसभा चुनाव 2016 में कांग्रेस और द्रमुक गठबंधन ने जीत दर्ज की. जिसके बाद कांग्रेस नेता वी. नारायणसामी को पुडुचेरी का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया. पुडुचेरी विधानसभा चुनाव 2021 से ठीक पहले 22 फरवरी को विधानसभा में बहुमत गंवाने के बाद वी. नारायणसामी ने पुडुचेरी के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
HIGHLIGHTS
- 30 मई, 1947 को पुडुचेरी में हुआ था वी. नारायणसामी का जन्म
- 6 जून 2016 से 22 फरवरी 2021 तक पुडुचेरी के मुख्यमंत्री रहे थे वी. नारायणसामी