कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी के वादे और उसकी हक़ीकत की पड़ताल सीरीज़ '22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब' में शुक्रवार को तीसरे दिन ऊंची दरों पर बिजली खरीदने के आरोप लगाते हुए धावा बोला है।
आज (शुक्रवार) के सवाल में राहुल गांधी ने पीएम मोदी से पूछा है कि निजी कंपनियों से ऊंची दरों पर बिजली खरीदकर जनता की कमाई, क्यों लुटाई गई?
राहुल गांधी ने पूछा, 'गुजरात में 2002 से 2016 के बीच 62,549 करोड़ रुपये की बिजली ख़रीदकर चार निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी गई?'
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'प्रधानमंत्रीजी से तीसरा सवाल: 2002-16 के बीच 62,549 Cr रुपये की बिजली ख़रीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी? सरकारी बिजली कारख़ानों की क्षमता 62% घटाई पर निजी कम्पनी से 3 रुपये/यूनिट की बिजली 24 रुपये तक क्यों ख़रीदी? जनता की कमाई, क्यों लुटाई?’
बता दें कि राहुल गांधी ने बुधवार (29 नवम्बर) से ट्विटर पर '22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब' नाम से पड़ताल कैंपेन शुरू किया है।
राहुल गांधी का पीएम मोदी से सवाल, आपके प्रचार अभियान का बोझ गुजराती क्यों उठाए?
राहुल गांधी ने अपने पहले सवाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साल 2012 के विधानसभा चुनाव के समय का वादा की याद दिलाते हुए पूछा था, '2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे... 5 साल में बनाए 4.72 लाख घर... प्रधानमंत्री जी, बताइए कि क्या यह वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे...?'
वहीं दूसरे सवाल में राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछा कि पीएम मोदी के प्रचार अभियान के लिए गुजरात का आम आदमी पैसा क्यों भरे।
उन्होंने लिखा, '1995 में गुजरात पर कर्ज़ 9,183 करोड़ था। वहीं 2017 में कर्ज़ बढ़कर 2,41,000 करोड़ हो गया है। यानी हर गुजराती पर 37,000 रुपये का कर्ज़ है।'
बता दें कि गुजरात चुनाव के मद्देनजर पीएम मोदी और राहुल गांधी के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है।
गुजरात चुनाव: राहुल गांधी ने पीएम मोदी के वादों की पड़ताल के लिए ट्विटर पर शुरू किया कैंपेन
Source : News Nation Bureau