कांग्रेस को मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ के साथ राजस्थान में भी करारी हार का सामना करना पड़ा है. राजस्थान में हर पांच साल के बाद सरकार बदलने का रिवाज रहा है. यहां की जनता ने इस रिवाज को कायम रखा और इस बार भाजपा को मौका दिया. उधर कांग्रेस की हार के साथ पार्टी के अंदर तनाव का माहौल है. इसकी वजह है अशोक गहलोत के विशेष कार्यधिकारी रहे लोकेश शर्मा का बड़ा खुलासा है. उनका दावा है कि एक समय पर राज्य सरकार सचिन पायलट की जासूसी करती थी. उनका पीछा किया जाता था और फोन को टैप किया जाता था. हालांकि उन्होंने इसकी वजह भी बताई है.
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उन्होंने उस समय का वर्णन देते हुए बताया कि जब सचिन पायलट 18 विधायकों के साथ मानेसर गए थे और राजनीतिक संकट उत्पन्न होने लगा, तब राज्य सरकार उन पर नजर रख रही थी. इस तरह से वह पता लगाने की कोशिश कर रही थी कि वह कहां जा रहे हैं और किनसे मिलने की कोशिश कर रहे हें. उन्होंने कहा कि जब इस तरह का राजनीतिक संकट पैदा होता है तो ऐसी स्थिति उत्पन्न होती है. सचिन पायलट और उनके साथ मौजूद लोगों पर इसलिए नजर रखी गई ताकि सुधारात्मक उपाए हो सकें. इस निगारानी से कुछ लोगों को वापस लाया जा सके.
लोकेश शर्मा का कहना है कि उन्होंने केवल परिस्थितियां बताई हैं, जिसकी वजह से हम सत्ता में वापस नहीं लौट पाए. सचिन पायलट का कहना है कि इस संज्ञान लिया जाना चाहिए. ये सारी चीजें पार्टी की भलाई के लिए हैं. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया कि युवाओं को आगे बढ़ाया जाए. आपको बता दें कि लोकश शर्मा चुनाव लड़ने इच्छुक थे. उन्होंने बीकानेर और भीलवाड़ा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी. हालांकि गहलोत की ओर से कोई प्रयोग से इनकार किया गया.
Source : News Nation Bureau