समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव की पार्टी और परिवार पूरी तरह से दो गुटों में बंटा नजर आ रहा है। शनिवार को अखिलेश यादव के बाग़ी तेवरों को देखते हुए मुलायम सिंह यादव ने पार्टी के पांच वरिष्ठ नेताओं रेवतीरमण सिंह, बेनी प्रसाद वर्मा, माता प्रसाद पांडे, नरेश अग्रवाल और किरणमय नंदा को अखिलेश यादव को समझाने-बुझाने के लिए भेजा, लेकिन बैठक में मामला सुलझा नहीं।
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव का दर्द आब खुलकर सामने आने लगा है। सूत्रों का कहना है कि इससे पहले एक बैठक के दौरान मुलायम भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा, 'यह उम्मीद नहीं थी कि ऐसा दिन देखना पड़ेगा। अखिलेश का बर्ताव देखकर दुख होता है। वो मेरा फोन भी रिसीव नहीं करते।'
और पढ़ें: शिवपाल समेत 4 मंत्री कैबिनेट से बाहर, अखिलेश ने कहा- मैं ही नेताजी का उत्तराधिकारी हूं।
उन्होंने कहा कि डेढ़ साल हो गया, लेकिन इस बीच अखिलेश ने कभी उनसे गंभीर विषयों को लेकर चर्चा नहीं की, यहां तक कि अखिलेश उनका फोन भी रिसीव नहीं कर रहे।
सपा प्रमुख मुलायम ने कहा, 'पार्टी को उन्होंने ख़ून पसीने से सींचा, क्या-क्या नहीं किया पार्टी के लिए, लेकिन आज उसी पार्टी को बचाने के लिए जूझ रहे हैं। अखिलेश के इस बर्ताव को देखकर दुख होता है।'
Source : News Nation Bureau