महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार बनाने को लेकर बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच लगातार खींचतान चल रही है. जहां शिवसेना 50-50 के फॉर्मूला पर टिकी है तो वहीं बीजेपी सीएम पद देने के लिए राजी नहीं हो रही है. इस बीच शिवसेना के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) की ओर से आए बयान में ऐसा संदेश मिल रहा है कि महाराष्ट्र में दोनों पार्टियां झुकने के लिए तैयार नहीं हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि बीजेपी के साथ शिवसेना का गठबंधन टूटा नहीं है.
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Sanjay Raut, Shiv Sena: Anybody who has the majority of 145, be it any politician or MLA, can become the Chief Minister of Maharashtra. Governor will invite whoever has the figure of 145 or the largest party, but even they have to prove majority on the floor of the house. https://t.co/BPjYNRAury
— ANI (@ANI) October 30, 2019
शिवसेना नेता संजय राउत ने अपने नए बयान में कहा कि 'महाराष्ट्र की कुंडली तो हम ही बनाएंगे. कुंडली में कौन सा ग्रह कहां रखना है और कौन से तारे जमीन पर उतारने हैं, किस तारे को चमक देना है, इतनी ताकत आज भी शिव सेना के पास है.' उन्होंने ये भी कहा कि व्यक्तिगत फायदा मायने नहीं रखता है, राज्य जरूरी है. जिससे यह माना जा रहा है कि बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) को सत्ता में सहयोग का फॉर्मूला मिल चुका है.
उन्होंने आगे कहा कि जिस पार्टी किसी के पास 145 का बहुमत है, चाहे वह कोई भी राजनेता या विधायक हो, महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बन सकता है. राज्यपाल 145 या सबसे बड़ी पार्टी का आंकड़ा रखने वाले को आमंत्रित करेंगे, लेकिन उन्हें सदन के पटल पर बहुमत साबित करना होगा. साथ ही संजय राउत ने कहा कि बीजेपी के साथ उनका गठबंधन चल रहा है.
महाराष्ट्र में सीएम पद (CM Post) को लेकर BJP और शिवसेना (Shiv Sena) के बीच लगातार खींचतान जारी है. जहां शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे 50-50 फार्मूला पर बीजेपी के साथ सरकार बनाने पर अड़े हैं तो वहीं बीजेपी इस पर राजी नहीं हो रही है. इसे लेकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर अभी भी संशय बरकरार है. इस बीच शिवसेना निर्दलीय विधायकों के संपर्क में है, जिनमें से 6 निर्दलीय विधायकों ने शिवसेना को अपना समर्थन भी दे दिया है.
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महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना को सिर्फ एनसीपी से ही उम्मीद थी, क्योंकि महाराष्ट्र में NCP ही तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है, जिसके सपोर्ट से शिवसेना सरकार बनाने के करीब पहुंच सकती थी. इस बीच एनसीपी विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने बड़ा बयान दिया है. पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि इस समय सभी का ध्यान सरकार को लेकर में है. अजीत पवार ने जोर देकर कहा कि 'हम विपक्ष में बैठेंगे'.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार BJP के राज्यसभा सांसद संजय काकड़े का दावा है कि शिवसेना के 56 में से 45 विधायक अलग पार्टी बनाकर बीजेपी (BJP) को सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं. काकड़े का दावा है कि शिवसेना के 56 में से 45 विधायक बीजेपी (BJP) के संपर्क में हैं. वे लोग बीजेपी का समर्थन करने को तैयार हैं. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि या तो बीजेपी इस पर वाकई काम कर रही है या फिर शिवसेना को प्रेशर में लाने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स खेल रही है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो