कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन से आरएसएस के एक शीर्ष विचारक के उस खुलासे पर सफाई मांगी है, जिसमें उन्होंने कहा था कि केरल में माकपा और प्रदेश भाजपा नेतृत्व के बीच एक 'गुप्त सौदा' हुआ. विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने मीडिया को बताया कि कांग्रेस नेतृत्व लगातार इस बारे में कह रहा है कि केरल में कुछ समय से दोनों दलों में कुछ न कुछ चल रहा है. मंगलवार को आरएसएस के मुखपत्र ऑर्गेनाइजर के पूर्व संपादक आर. बालाशंकर ने मलयालम टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि उन्हें अब इस बात का एहसास हो गया है कि भाजपा और माकपा की प्रदेश इकाइयों के बीच कथित गुप्त सौदे के कारण ही उन्हें चेंगन्नूर विधानसभा सीट नहीं दी गई थी.
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बालाशंकर ने कहा कि चेंगन्नूर और अरनमुला दो निर्वाचन क्षेत्र हैं जहां भाजपा मजबूत है और मैंने चेंगन्नूर में अपना अभियान शुरू किया था. मैं तीन प्रमुख सामाजिक समूहों के साथ संबंध बनाने में कामयाब रहा. लेकिन बाद में जब मैंने पाया कि किसी अन्य व्यक्ति को चेंगन्नूर के लिए भाजपा का उम्मीदवार बनाया गया है, तो मुझे एहसास हुआ कि भाजपा और माकपा के बीच कुछ कथित गुप्त समझौते हुए, क्योंकि यह उम्मीदवार माकपा के मौजूदा विधायक के करीब था. ऐसे ही एक अन्य व्यक्ति को अरनमुला से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार बनाया गया है.
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ये आरोप बहुत गंभीर हैं और एक ऐसे व्यक्ति द्वारा लगाए जा रहे हैं, जो केवल एक सामान्य आरएसएस या भाजपा के व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि उनके सबसे शीर्ष विचारकों में से एक हैं. इस कथित सौदे के मुताबिक, भाजपा चेंगन्नूर और अरनमुला निर्वाचन क्षेत्र में माकपा की मदद करेगी, जबकि माकपा कोनी सीट पर भाजपा की मदद करेगा. चेन्निथला ने कहा, 'अब यह स्पष्ट है कि यह सौदा कुछ निर्वाचन क्षेत्रों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह राज्यव्यापी घटना होने जा रही है. हम मांग करते हैं कि विजयन और सुरेंद्रन को इस गुप्त समझौते पर सफाई देनी चाहिए.'