पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले शाहदरा विधानसभा सीट पर इस समय आम आदमी पार्टी का कब्जा है. इस बार इस विधानसभा सीट पर BJP के संजय गोयल और आप के राम निवास गोयल में जबरदस्त मुकाबला देखने को मिल सकता है. 2015 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के राम निवास गोयल, बीजेपी के जीतेंद्र सिंह शंटी को हराकर दूसरी बार विधायक बने थे. शाहदरा के विधायक होने के साथ ही वे दिल्ली विधानसभा के मौजूदा स्पीकर भी हैं. इससे पहले राम निवास ने 1993 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के लिए चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें जीत मिली थी. जिसके बाद करीब 15 साल तक इस सीट पर कांग्रेस का राज रहा. कांग्रेस के डॉ. नरेंद्र नाथ ने शाहदरा विधानसभा सीट से साल 1998, 2003 और 2008 में चुनाव जीता था. साल 2013 में हुए चुनाव में शाहदरा से बीजेपी के जीतेंद्र सिंह शंटी को जीत मिली थी.
कुल मतदाताओं की संख्या 1,69,959
2015 के विधानसभा चुनाव के मुताबिक शाहदरा विधानसभा में मतदाताओं की कुल संख्या 1,69,959 है. यहां 90,585 पुरुष और 79,368 महिला मतदाता थे. जिनमें से सिर्फ 1,18,432 वोटर्स ने ही मतदान किया था. पिछले चुनाव में इस सीट पर कुल 69.68 फीसदी वोटिंग हुई थी.
विधानसभा चुनाव 2015 में आम आदमी पार्टी ने मारी बाजी
इस सीट पर पिछले चुनाव में कभी बीजेपी के विधायक रह चुके राम निवास गोयल ने आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव जीता था. वे साल 2015 में 1993 के बाद दूसरी बार विधायक चुने गए थे. कभी बीजेपी के लिए चुनाव जीत चुके राम निवास को 22 साल बाद भी आप पार्टी ने उनकी लोकप्रियता को देखते हुए टिकट दिया था. लंबे अंतराल के बाद चुनावी मैदान पर आते ही राम निवास ने क्षेत्र के बड़े-बड़े दिग्गजों को धूल चटा दी. उन्होंने बीजेपी के जीतेंद्र सिंह शंटी को 11,731 वोटों से हराया था. जबकि कांग्रेस के नरेंद्र नाथ सिर्फ 9,423 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. पिछले चुनाव में इस सीट पर कुल 10 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी.
लगातार 15 साल रहा कांग्रेस का राज
दिल्ली के विधानसभा चुनाव 1998, 2003 और 2008 में शाहदरा सीट पर कांग्रेस के डॉ. नरेंद्र नाथ ने चुनाव जीता और लगातार 15 साल तक शाहदरा की सत्ता पर काबिज रहे. साल 2013 में हुए चुनाव में बीजेपी के जीतेंद्र सिंह शंटी को जीत मिली थी. लेकिन शंटी की जीत 2015 में हार में तब्दील हो गई जब बीजेपी से आप में आए राम निवास गोयल ने उन्हें धूल चटा दी.
बीजेपी-कांग्रेस के सामने चुनौती
कांग्रेस की कोशिश होगी कि वे अपने पुराने गढ़ में वापसी करे. तो वहीं, बीजेपी भी इस सीट पर लौटने की कोशिश करेगी. लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए इतना साफ है कि शाहदरा में वापसी करना न सिर्फ कांग्रेस के लिए मुश्किल होगा बल्कि बीजेपी को भी यहां वापसी करने के लिए काफी मशक्कत करनी होगी. हालांकि, पिछले चुनाव में बीजेपी को मिली हार का अंतर 11,731 वोटों का था.
दिल्ली में 8 फरवरी को होंगे विधानसभा चुनाव
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर 8 फरवरी को वोट डाले जाएंगे और 11 फरवरी को नतीजे आएंगे. पिछले विधानसभा चुनाव में दिल्ली की 70 में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी की जीत हुई थी. बीजेपी को सिर्फ तीन सीटें ही मिलीं थीं, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था.
Source : Sunil Chaurasia