भारतीय सिनेमा के नामचीन नाम और एमएनएम प्रमुख कमल हासन (Kamal Haasan) कोयम्बटूर साउथ विधानसभा क्षेत्र से चुनाव हार गए हैं, उन्हें बीजेपी की वनाथी श्रीनिवासन (Vanathi Srinivasan) ने कड़े मुकाबले में मात दी है, यहां पर कांग्रेस प्रत्याशी मयूरा एस जयकुमार के चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणात्मक बन गया था. लेकिन अंत में बाजी बीजेपी की वनाथी श्रीनिवासन (Vanathi Srinivasan) ने मार ली. और उन्होंने कमल हासन (Kamal Haasan) जैसे दिग्गज को धूल चटा दी. बता दें कि कमल हासन (Kamal Haasan) मक्कल नधि मय्यम (Makkal Needhi Maiam) पार्टी बनाकर चुनाव मैदान में खड़े हुए थे और वो पहली बार विधानसभा का चुनाव लड़े थे. वहीं बीजेपी ने इस सीट से अपनी महिला इकाई की राष्ट्रीय अध्यक्ष वनाथी श्रीनिवासन (Vanathi Srinivasan) को टिकट दिया था. जिनके आगे कमल हासन की लोकप्रियता फीकी पड़ गई. जबकि कांग्रेस के मयूरा जयकुमार तीसरे स्थान पर आए.
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कौन हैं वनाथी श्रीनिवासन
वनाथी श्रीनिवासन अखिल भारतीय बीजेपी महिला मोर्चा की अध्यक्ष हैं. इसके अलावा वे पार्टी की महासचिव भी हैं. वे काफी समय से आरएसएस की महिला विंग की सदस्य भी हैं. एक राजनेत्री के अलावा वे तमिलनाडु की प्रसिद्ध वकील भी हैं. साल 1993 में उन्होंने वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष B.S.Gnanadesikan के निर्देशन में अपने पेशेवर करियर की शुरुआत की थी. वनाथी ने तकरीबन दो दशकों से चेन्नई उच्च न्यायालय में वकालत कर रही हैं.
वनाथी दक्षिणी रेलवे और केंद्र सरकार के लिए एक स्थायी वकील भी रह चुकी हैं. वे तमिलनाडु बीजेपी के पूर्व राज्य सचिव और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के बोर्ड के सदस्य के रूप में भी काम कर चुकी हैं. वे इससे पहले दो बार साल 2011 और साल 2016 में बीजेपी की टिकट पर तमिलनाडु राज्य विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं.
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सामाजिक सक्रियता
वनाथी जमीनी स्तर से जुड़ी राजनेत्री हैं. उन्होंने थमराई शक्ति ट्रस्ट की स्थापना की है जो कि महिला सशक्तिकरण के लिए काम करने वाला एक गैर सरकारी संगठन है. इसके अलावा वे भगिनी निवेदिता की 150वीं जयंती समारोह की राज्य आयोजक भी थीं. वनाथी ने एशियाई खेलों के पदक विजेता का समर्थन किया. इसके अलावा खेलों में महिलाओं के लिए लिंग सत्यापन परीक्षण को समाप्त करने का अभियान चलाया था. उन्होंने स्थानीय जल निकायों की रक्षा के लिए कोयम्बटूर में जल संरक्षण परियोजनाओं की भी शुरुआत की है. वनाथी ने भारत में लिंग और यौन अल्पसंख्यकों के अधिकारों का समर्थन करते एक व्यापक आंदोलन चलाया था. उन्होंने तमिल भाषा में एलजीबीटी समुदाय पर पहली किताब गोपी शंकर मदुरै भी लिखी है.
बता दें कि इस चुनाव में कमल हासन की अगुवाई वाली एमएनएम ने राज्य की 234 सीटों में से 142 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें अन्य घटक आईजेके की 40 सीटों पर लड़ रहे थे. अभिनेता सरथकुमार की एआईएसएमके 33 सीटों पर, टीएमजेके नौ सीटों और जनता दल सेक्युलर तीन सीटों पर चुनाव लड़ी.
HIGHLIGHTS
- चुनाव में कमल हासन को हराया
- वनाथी पेशे से एक वकील भी हैं
- महिला सशक्तिकरण के लिए वनाथी कई काम कर चुकी हैं