रोयापुरम विधानसभा सीट चेन्नई जिले में पड़ता है. यह सीट चेन्नई लोकसभा उत्तरीय के अंतर्गत आता है. 2016 विधानसभा चुनाव के अंतर्गत यहां कुल 1,59,349 रजिस्टर वोटर्स थे. पिछले विधानसभा में यहां कुल 70.58 प्रतिशत वोट पड़े थे. इसे देख कर साफ लगता है कि यहां की जनता अपने मताधिकार को लेकर कितनी जागरुक है. साल 2016 के विधानसभा चुनाव में यहां से AIDMK के डी जयकुमार को जीत मिली थी. उन्हें कुल 55,205 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ रहे आर मनोहर को यहां से 47,174 वोटो के साथ हार का सामना करना पड़ा था. वहीं अगर बात करें 2011 विधानसभा की तो उस बार भी यहां से AIDMK के डी जयकुमार ही जीते थे और 2011 में भी उन्होंने कांग्रेस के आर मनोहर को हराया था.
मौजूदा सरकार के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार रोयापुरम से चुनाव लड़ रहे हैं. अप्रैल में होने वाले चुनाव इस सीट पर दिलचस्प होंगे क्योंकि पिछले दो बार से यहां AIDMK के डी जयकुमार जीतते आ रहे हैं. इसलिए इस सीट पर एंटी इनकम्बेंसी का भी बड़ा खतरा है. हालांकि भारत में ऐसी कई सीटे हैं जहां से एक ही आदमी पिछले कई दशकों से जीतता आ रहा है. इसलिए यहां कुछ भी कह पाना मुश्किल है कि जनता का मूड किधर घूम जाए. वहीं DMK इस सीट को गंभीर तरीके से ले रही है और इस सीट पर जम कर काम कर रही है.
तमिलनाडु में विधानसभा की कुल 234 सीटें हैं और इसका कार्यकाल 24 मई को पूरा हो रहा है. तमिलनाडु विधानसभा में चुनाव एक ही चरण में छह अप्रैल को होंगे और दो मई को वोटों की गिनती की जाएगी. तमिलनाडु में पिछले 10 सालों से ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) का शासन है. राज्य की जनता ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव में AIADMK प्रमुख जे जयललिता को दोबारा सत्ता सौंपी थी. इस चुनाव में AIADMK को 135 सीटों पर जीत हासिल हुई थी, जबकि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) 88 सीटों पर सिमट गई थी. कांग्रेस को आठ सीटें मिली थी जबकि भाजपा का खाता भी नहीं खुल सका था. एआईएडीएम भाजपा के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ रही है, जबकि एमके स्टालिन की डीएमके ने कांग्रेस से हाथ मिलाया है। कांग्रेस 25 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं, अभिनेता से नेता बने कमल हसन की पार्टी एमएनएल भी चुनावी मैदान में है.
Source : News Nation Bureau