केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को असम के तिनसुकिया का चुनावी दौरा किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. तिनसुकिया के मार्ग्रेरिटा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए अमित शाह ने विपक्षियों पर जमकर हमला बोला. अमित शाह ने कांग्रेस पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा कि इन्हें घुसपैठियों में अपना वोटबैंक दिखाई देता है, बीजेपी ऐसी घटिया राजनीति नहीं करती है. शाह ने कहा कि असम में बीजेपी की सरकार आने के बाद ना आंदोलन हो रहे हैं. ना यहां आंतकवाद है. यहां पूरी तरह से शांति बनी हुई है. यहां पर सिर्फ विकासा की राजनीति हो रही है और विकास हो रहा है.
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भूपेन हजारिका की प्रशंसा करते हुए कहा कि, तिनसुकिया जिले के ही भूपेन हजारिका ही वे व्यक्ति थे जिन्होंने असम के संगीत और संस्कृति को दुनिया में सम्मान दिलाया. कांग्रेस ने 70 सालों तक सत्ता में रहने के बावजूद भी उन्हें भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित नहीं किया. जब साल 2014 में नरेंद्र मोदी जी की सरकार आई तब जाकर उन्हें भारत रत्न सम्मान दिया गया.
घुसपैठ असम के लिए बन जाएगा इतिहासः अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि हमें एक और 5 साल दे दीजिए असम के लिए घुसपैठ भूतकाल बन जाएगी. यहां कभी घुसपैठ नहीं होने वाला. सर्वानंद सोनोवाल ने ऐसी सरकार चलाई है कि पांच साल तक विपक्ष भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता. तिनसुकिया में मेडिकल कॉलेज बनने की शुरूआत हो गई है. हमें 5 साल और दे दीजिए हमारी सरकार असम को बाढ़ मुक्त बनाने का काम करेगी. हमने सेटेलाइट इमेज से पूरे नॉर्थ ईस्ट के इलाकों का सर्वे किया है और बाढ़ को बड़े-बड़े सरोवरों और तालाबों में कैसे बदला जा सकता है उसका नक्शा बनाया है. हम बाढ़ मुक्त असम का वादा करते हैं.
15 साल तक कांग्रेस ने यहां के चाय बागानों के लिए क्या किया
शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा, 15 साल तक यहां कांग्रेस की सरकार थी आपने यहां से 10 साल तक केंद्र में प्रधानमंत्री भेजे थे चाय बागान के लिए आपने क्या किया? हमारी सरकार ने चाय बागान में मजदूरी मुआवजा योजना के तहत गर्भवती महिलाओं के लिए 12,000 रुपये देना शुरू किया है. अब यह राशि 18,000 रुपये की गई है. 2000 से ज्यादा लोग हथियार डालकर मुख्यधारा में आए हैं. बोडो समझौते के बाद असम के अंदर आतंकवाद भूतकाल बन गया है. आंदोलन के वक्त कांग्रेस ने सैकड़ो युवाओं को गोली चलाकर मारने का काम किया. वे ही आंदोलन करने वाले कांग्रेस को जिताने के लिए वोट कटवा बनकर निकले हैं.
HIGHLIGHTS
- अमित शाह का कांग्रेस पर हमला
- घुसपैठियों में नजर आता है वोट बैंक
- 15 साल से चाय बागानों के लिए क्या किया