उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री का पद संभालते ही योगी आदित्यनाथ हरकत में आ गए हैं। शपथ ग्रहण के तत्काल बाद योगी ने अपने मंत्रिमंडल के साथ औपचारिक बैठक की, जिसमें दो अहम फैसले लिए गए।
मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए योगी ने कहा कि उनकी सरकार बिना किसी भेदभाव के काम करेगी औऱ प्रदेश को कृषि आधारित विकास की तरफ ले जाया जाएगा।
योगी ने अपने सभी मंत्रियों से आय के साथ चल और अचल संपत्तियों का ब्योरा पार्टी प्रेसिडेंट को देने को कहा है। यूपी के सभी मंत्रियों को 15 दिनों के भीतर संपत्ति का ब्योरा सौंपना होगा।
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सरकार के प्रवक्ता शर्मा ने कहा, 'मंत्रियों को उनकी आय, चल औऱ अचल संपत्ति का ब्योरा 15 दिनों के भीतर मुख्यमंत्री सचिव और संगठन को देने के लिए कहा गया है।' योगी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिनेश शर्मा और केशव प्रसाद मौर्या भी मौजूद थे। योगी ने साफ कर दिया कि सरकार में शामिल कोई भी मंत्री और विधायक उलूल-जुलूल बयानबाजी नहीं करेगा।
बयानबाजी की वजह से होने वाली फजीहत से बचने के लिए यूपी सरकार ने कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह और मथुरा से विधायक एवं कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा को यूपी बीजेपी सरकार का प्रवक्ता बनाया है।
श्रीकांत शर्मा औऱ सिद्धार्थ शर्मा दोनों ही बीजेपी में मोदी और शाह के करीबी नेताओं में शुमार किए जाते हैं। योगी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार की तरह ही यूपी में 18 घंटे काम करने की आजादी होगी।
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HIGHLIGHTS
- मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने लिए दो बड़े फैसले
- मंत्रियों और विधायकों को अनावश्यक बयानबाजी से बचने की सलाह
- साथ ही मंत्रियों से 15 दिनों के भीतर चल और अचल संपत्ति का ब्योरा मांगा
Source : News State Buraeu