यूपी चुनाव के लिए अखिलेश यादव और जयंत चौधरी ने बुधवार को साझा प्रेस वार्ता की. इसमें सपा-आरएलडी गठबंधन की तरफ से बजट 2022 पर जमकर हमला बोला गया. अखिलेश यादव ने सवाल किया कि अगर यह बजट अमृत है तो क्या बीते बजट में किसानों, रोजगार और मनरेगा के लिए कुछ भी नहीं है. अखिलेश यादव ने बजट पर कहा कि मंगलवार को देश का बजट आया है. ऐसा गया कि यह अमृतकाल का बजट है. अमृत बजट है. तो क्या बीते सभी बजट जहर थे. यूपी चुनाव के बारे में बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव भाईचारा बनाम भाजपा का है.
गर्मी शांत करने वाले बयान पर पलटवार
अखिलेश यादव ने सीएम योगी के गर्मी शांत करने वाले बयान पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आप सीएम से क्या उम्मीद कर सकते हैं. सीएम की यह भाषा मैं पहली बार सुन रहा हूं. चुनाव आयोग इस बात संज्ञान ले. गर्मी का सवाल है तो अगर गर्मी नहीं रही तो हम लोग मर जाएंगे अगर गर्म खून नहीं बहा तो हम जिंदा कैसे बचेंगे. जब से गठबंधन के लोगों को समर्थन मिला है तब से इनके तोते उड़ गए हैं.
अखिलेश बोले कि जब से हमारी और जयंत चौधरी की केमेस्ट्री बेहतर हुई है, तब से ये कंफ्यूज हैं और जो पलायन की बात कर रहे हैं, उनका राजनीतिक पलायन होने जा रहा है. क्योंकि अब बात भाईचारे की हो रही है, गंगा जमुना तहजीब की हो रही है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहले जयंत चौधरी बाले कि उनका लक्ष्य है कि गन्ना जीतेगा जिन्ना हरेगा. जो लोग जिन्ना, हिंदू, मुस्लिम और पाकिस्तान के मामले पर चुनाव लड़ रहे हैं, उनकी हार होगी. जयंत ने कहा कि केंद्रीय बजट में कुछ नहीं दिया गया. मनरेगा के तहत मजदूरों को पहले 51 दिन का काम दिया जाता था, जब मात्र 44 दिन का काम मिल रहा है. किसानों के लिए बजट आधा कर दिया.
HIGHLIGHTS
- अखिलेश यादव ने सीएम योगी के गर्मी शांत करने वाले बयान पर पलटवार किया
- बोले कि जब से हमारी और जयंत चौधरी की केमेस्ट्री बेहतर हुई है, तब से ये कंफ्यूज हैं