गुरुवार को यूपी विधानसभा चुनाव में पहले चरण का मतदान हुआ. रिकॅार्ड मतदान होने के बावजूद RLD प्रमुख जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary)वोट नहीं डाल पाए. बताया जा रहा है कि चुनावी भागदौड़ के चलते वह मत का उपयोग नहीं कर पाए. हालाकि रूलिंग पार्टी के लोग इस पर तंज भी कस रहे हैं. उनका मानना है की जयंत ने हार स्वीकार कर ली है. हालाकि पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि बिजनौर में रैली के चलते जयंत (Jayant Chaudhary) समय पर मथुरा नहीं पहुंच सके. इससे पहले खबर थी कि भाजपा के हमलों के बाद वह वोट डालने जाएंगे, मगर शाम 6 बजे तक वह मतदान स्थल पर नहीं पहुंच पाए थे. जिसके चलते उन्हें वोट डालने से वंचित रहना पड़ा.
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चढ़ा चुनावी पारा
राष्ट्रीय लोकदल के चीफ जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) के वोट नहीं डालने पर राजनीति गरमा गई है. भाजपा उन पर सुबह से लगातार हमले बोल रही थी. भाजपा के हमले को देखते हुए जयंत चौधरी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा था कि वह इस वक्त सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ बिजनौर में प्रचार कर रहे हैं, लेकिन शाम 6 बजे तक वोट डालने की कोशिश करेंगे. मगर अभी तक जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक जयंत चौधरी वोट डालने नहीं पहुंचे हैं.
इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने सीतापुर में जनसभा के दौरान कहा था कि आज एक नेता (रालोद प्रमुख जयंत चौधरी) ने वोट नहीं डाला. यह उनके वंशवादी अहंकार को दर्शाता है. ऐसे लोगों को जवाब लोकतंत्र की ताकत देती है. अब जब जयंत चौधरी ने अपने चुनावी अधिकार का इस्तेमाल नहीं किया है तो ऐसे में भाजपा को रालोद के मुखिया पर हमला करने का और भी मौका मिल गया है. कई लोग बोल रहे हैं वेस्ट यूपी में रिकॅार्ड मतदान होने के चलते जयंत ने हार स्वीकार कर ली है. हालाकि ये नेताओं के निजी बयान है.
Source : News Nation Bureau