उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी के अमेठी में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि इस बार उत्तर प्रदेश रंगों वाली होली 10 मार्च को ही मनाना शुरू कर देगा. अमेठी और सुल्तानपुर के लोग तो जानते ही हैं कि परिवारवादी लोग जमीनी हकीकत से इतनी दूर हैं कि जमीन पर क्या चल रहा है, इन्हें दिखाई ही नहीं पड़ता. आज दशकों बाद यूपी में ऐसा चुनाव हो रहा है जब कोई सरकार अपने किए विकास कार्यों के आधार पर, गरीब के हित में किए कार्यों के आधार पर वोट मांग रही है. वर्षों बाद ऐसा हुआ है जब यूपी की सरकार, सुधरी हुई कानून व्यवस्था पर वोट मांग रही है.
पीएम मोदी ने कहा कि वर्षों बाद ऐसा हुआ है जब यूपी में दंगे रुके हैं, अपराधियों की हिम्मत पस्त हुई है. वर्षों बाद ऐसा हुआ है जब मुख्यमंत्री पर अपने परिवार को आगे बढ़ाने, भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है. ये जो परिवारवादी लोग होते हैं, वो सत्ता में इसलिए आना चाहते हैं ताकि अपनी और अपने परिवार की ताकत बढ़ा सकें. हमें किसी ताकत के लिए सत्ता नहीं चाहिए. हमारी ताकत उत्तर प्रदेश की जनता है, यहां के गरीब हैं, यहां की माताएं-बहनें हैं.
उन्होंने कहा कि आज का दिन 24 फरवरी मेरे जीवन का विशेष दिन है. आज ही पीएम किसान सम्मान निधि को 3 साल पूरे हुए हैं. जब 2019 में हमने ये योजना शुरू की थी, तो कई लोग अफवाहें, भ्रम फैला रहे थे, लेकिन हम जो काम करते हैं, ईमानदारी से करते हैं. मोदी ने कहा कि 3 साल से पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा सीधे किसानों के बैंक खातों में जा रहा है. अमेठी के किसानों को भी 450 करोड़ रुपये से ज्यादा इस योजना से सीधे बैंक खाते में मिला है. सुल्तानपुर के किसानों को 430 करोड़ रुपये से ज्यादा मिले हैं.
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि आज से 20 साल पहले, 24 फरवरी की ही वो तारीख थी, जब मैं पहली बार विधायक बना था. पहली बार चुनाव के मैदान में आना पड़ा था, राजकोट के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिए और सेवा का ये सिलसिला शुरू हुआ. मैंने जीवन में कभी सोचा नहीं था कि मैं कभी चुनावी दंगल में जाऊंगा. जिस रास्ते में जाने का मैंने कभी सोचा नहीं था. जनता का सेवक बनकर उनके लिए काम करने का संकल्प हर दिन के साथ और सशक्त हुआ है. यही सेवा भावना भाजपा की पहचान है.
पीएम मोदी ने कहा कि चुनावी दुनिया में आने के बाद जिस तरह यूपी ने मुझे अपना बना लिया, मां गंगा ने मुझ पर जिस तरह स्नेह-वर्षा की, आप लोगों ने मुझे गले लगाया, इससे बड़ा जीवन में कोई सौभाग्य नहीं. आपका ये स्नेह, ये आशीर्वाद, मेरी जीवन की बहुत बड़ी पूंजी है. कोविड वैक्सीन ने कोरोना से लड़ने की ताकत हर एक नागरिक में बढ़ा दी है. इसी के कारण आज दुकानें खुली हैं, व्यापार खुला है, स्कूल-कॉलेज खुले हैं. इन परिवारवादियों का वैक्सीन को लेकर जो रवैया रहा है, वो भी पूरे उत्तर प्रदेश, पूरे देश ने देखा है.
पीएम ने आगे कहा कि जब वैक्सीनेशन शुरू हुआ तो मोदी खुद दौड़कर सबसे पहले वैक्सीन लगवाने के लिए नहीं पहुंच गया. हमने पहले स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को, सफाई कर्मचारियों को, बुजुर्गों को, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को वैक्सीन लगवाने का मौका दिया. ये परिवारवादी सरकार में होते तो सारी लाइनें तोड़कर खुद सबसे पहले वैक्सीन लगवाते. आप ये भी देखिए मैंने भी वैक्सीन तब लगवाई जब नियम से मेरा नम्बर आया.
उन्होंने आगे कहा कि मेरी मां 100 साल की हैं और उन्होंने भी लाइन नहीं तोड़ी. जब उनका नंबर आया, तब ही उन्होंने वैक्सीन लगवाई. मेरी मां ने बुस्टर डोज अभी नहीं लगवाया, क्योंकि उन्हें कोई बीमारी नहीं है. कानून-नियमों का पालन प्रधानमंत्री भी करता है. प्रधानमंत्री की 100 वर्ष आयु की मां भी करती हैं. यूपी के 15 करोड़ लाभार्थियों को इस मुश्किल समय में मुफ्त राशन का डबल बेनिफिट मिल रहा है. यूपी के 1.65 करोड़ परिवारों को हमारी सरकार ने मुफ्त गैस कनेक्शन दिया है. यूपी के 34 लाख गरीब परिवारों को हमारी सरकार ने पक्का घर बनाकर दिया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि अब हम ऐसी व्यवस्था कर रहे हैं कि कोई भू-माफिया कभी आपके घर और जमीन को छू भी नहीं सकेगा. हम आपके घर, आपकी जमीन का पक्का कानूनी दस्तावेज तकनीक की मदद से तैयार करके आपको दे रहे हैं. एक समय था जब इन नेताओं ने वोटबैंक पॉलिटिक्स को, तुष्टिकरण को बढ़ावा दिया, उसे खाद-पानी दिया. आज वोट बैंक की इसी पॉलिटिक्स ने, तुष्टिकरण की इसी राजनीति ने इन नेताओं को अपना बंधक बना लिया है. अब वोट बैंक की पॉलिटिक्स ही उनकी मजबूरी बन गई है.
पीएम ने आगे कहा कि आज भी उनका हर फैसला इसी वोट बैंक की पॉलिटिक्स के हिसाब से ही होता है. ये फैसला अगर देशहित के खिलाफ हो, तो भी ये नेता उस फैसले को लेने में जरा भी नहीं हिचकते. उनकों देश की नहीं वोट बैंक की चिंता रहती है. परिवारवादी राजनीति में पार्टी का अध्यक्ष परिवार का होता है, सभी महत्वपूर्ण पदों पर उसी परिवार के लोग बैठे होते हैं. महत्वपूर्ण पदों पर दावेदारी उसी परिवार के सदस्यों की होती है. परिवारवादी राजनीति से भी देश का बहुत नुकसान होता है.
उन्होंने कहा कि परिवारवादी पार्टियां संविधान का अपमान करती हैं. परिवारवादी पार्टियां हमारी युवा प्रतिभा का नुकसान करती हैं. जबकि भाजपा में आज कोई एक अध्यक्ष होता है, कल कोई और होता है. भाजपा 'पिता एंड संस' की प्राइवेट पार्टी नहीं है और न ही कभी हो सकती है. अमेठी के लोग तो जानते ही हैं कि परिवारवादी किसी के नहीं होते हैं. आपने जिन्हें वर्षों तक सिर-आंखों पर बिठाया. जैसे ही आपने उन्हें भगाया, तो उन्हें केरल में जाकर आपकी बुद्धि को कोसना शुरु कर दिया.
Source : News Nation Bureau