उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी कड़ी में पीएम नरेंद्र मोदी ने यूपी के हरदोई में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका ये उत्साह, ये जोश हम सभी के लिए बहुत बड़ा आशीर्वाद है. हरदोई की पुण्य भूमि से होली जैसे पवित्र त्योहार का जुड़ाव हम सभी जानते हैं. मुझे पता है इस बार हरदोई और यूपी के लोगों ने 2 बार रंगों वाली होली खेलने की तैयारी कर ली है. उन्होंने कहा कि पहली होली 10 मार्च को भाजपा की बंपर जीत के साथ मनाएंगे, लेकिन अगर 10 मार्च को धूमधाम से होली मनानी है, तो इसकी तैयारी अभी पोलिंग बूथ में करनी पड़ेगी, घर घर जाना पड़ेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज तीसरे चरण में भी बिना बटे एकजुट होकर कमल के निशान पर भारी मतदान हो रहा है. आज यूपी के साथ-साथ पंजाब में भी वोट पड़ रहे हैं, वहां के लोग भी पंजाब के विकास, पंजाब की सुरक्षा और देश की अखंडता के लिए बड़ी संख्या में मतदान कर रहे हैं, भाजपा का समर्थन कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि यूपी के अगले चरणों की जिम्मेदारी भी आप लोगों ने ले रखी है, जो तुष्टिकरण की राजनीति में हमारे त्योहारों को रोकते थे, उन्हें यूपी की जनता का उत्तर 10 मार्च को मिल जाएगा. हरदोई वालों ने वो दिन देखे हैं कि कैसे इन लोगों ने कट्टा और सट्टा वालों को खुली छूट दे रखी थी.
पीएम मोदी ने कहा कि पांच साल पहले माफियावादियों ने यूपी का क्या हाल बना दिया था? व्यापारियों को व्यापार करने में डर लगता था. राहजनी, छिनैती, लूट आम बात हो गई थी. लोग कहते थे, ‘दिया बरे’ घर लौट आओ. बुरी तरह चुनाव हार रहे इन घोर-परिवारवादी अब जात-पात के नाम पर जहर फैलाएंगे, लेकिन आपको केवल एक ही बात याद रखनी है- यूपी का विकास, देश का विकास. ये वो लोग जो कुर्सी के लिए अपने परिवार से भी सबसे लड़ जाते हैं, इसलिए ये घोर परिवारवादी किसी जाति या समाज के लिए भी नहीं हो सकते.
पीएम ने कहा कि यूपी में आपने जिस डबल इंजन की सरकार को आशीर्वाद दिया है, वो किसी एक खानदान की सरकार नहीं है. दिल्ली में भारत की सरकार किसी एक खानदान की सरकार नहीं है. ये गरीब, किसान और नौजवानों की सरकार है. हमने 5 साल आपके लिए जी-तोड़ मेहनत की है, लेकिन मुझे इस बात का अफसोस है कि 2014 से लेकर 2017 के बीच यूपी में इन परिवारवादियों ने एक भी काम में मेरा साथ नहीं दिया.
पीएम मोदी ने कहा कि यूपी में गरीब के लिए काम तब शुरू हुआ, जब 2017 में आपने यहां डबल इंजन की सरकार बनाई. इन पांच सालों में हमने हरदोई के करीब 70,000 गरीब परिवारों को प्रधानमंत्री आवास दिए हैं. इनके समय में गरीबों के लिए मात्र 34 हजार शौचालय बने, लेकिन योगी के आने बाद 5 लाख शौचालय बनाए गएं. कहां 34 हजार और कहां 5 लाख. ये पैसा कहां जाता था? जिन्होंने तब आपके घरों को अंधेरे में रखा, सिर्फ अपना घर रोशन किया वो आज आपसे झूठे वादे कर रहे हैं. याद करिए, इनके समय में आपके गांवों में दिन में कितने घंटे बिजली आती थी, हफ्ते में कितने घंटे बिजली आती थी?
मोदी ने कहा कि मुझे बराबर याद है कि उत्तर प्रदेश में बिजली अगर आती है तो एक जमाने में खबर बन जाती थी. बिजली का जाना स्वाभाविक था, जैसे घर में साल में कभी मेहमान आ जाए, वैसे यहां बिजली मेहमान की तरह आती थी. घोर परिवारवादी, आपको बिजली नहीं, बिजली का झटका देने के लिए तैयार बैठे हैं. जिनके काले कारनामे ही अंधेरे में फलते-फूलते हों, वो परिवारवादी कभी प्रदेश को उजाला नहीं दे सकते. माफियावादियों की सरकार में एक बड़ा धंधा जमीन पर अवैध कब्जों का भी चलता था. इनके नेताओं के गुर्गे किसी भी जमीन पर अपना कब्जा समझने लगते थे. लेकिन, डबल इंजन की सरकार ने इनके इस धंधे का शटर भी गिरा दिया है.
उन्होंने आगे कहा कि यूपी में हमारी सरकार स्वामित्व योजना के अंतर्गत 23 लाख से ज्यादा लोगों को प्रोपर्टी कार्ड दे चुकी है और ये काम आगे भी चलने वाला है. योगी की सरकार में वापसी के बाद इस अभियान को बहुत तेज किया जाएगा. मैं कल सोशल मीडिया में एक वीडियो देख रहा था. गरीब बुजुर्ग मां से मीडिया वाले ने सवाल पूछा कि आपके यहां चुनाव कब है, उस मां ने सही तारीख बताई कि इस तारीख को हमारे यहां चुनाव है, लेकिन उसके बाद उस मां ने ये भी कह दिया कि हमने नमक खाया है, हम धोखा नहीं देंगे.
पीएम ने आगे कहा कि दिल्ली की सत्ता के जिन गलियारों में ज्यादातर समय अमीरों और परिवारवादियों का कब्जा रहा. वहां आज आप सबने एक गरीब मां के बेटे को आपकी सेवा के लिए बैठाया है. दिल्ली में बैठकर आपके इस प्यार की ताकत को मैं भी नहीं समझ सकता. शायद आज के युग में जब टीवी मीडिया का जमाना हो, भांति भांति की बात चलती हो, उसके बाद भी जनता जनार्दन जब आशीर्वाद देती है तो वो भगवान के आशीर्वाद के बराबर होता है. हम सबने मां भारती का नमक खाया है, हिंदुस्तान का नमक खाया है. हम सबका परिश्रम हिंदुस्तान के लिए होना चाहिए, मां भारती के लिए होना चाहिए, देश के लिए होना चाहिए. हम सबका लक्ष्य होना चाहिए कि गरीब के जीवन से मुश्किलें कम से कम हों.
उन्होंने आगे कहा कि पहले की सरकारों की गलत नीतियों का खामियाजा यहां की सरकारों को भी भुगतना पड़ा है. पहले की सरकार में गेहूं की खरीद होती ही नहीं थी. गन्ने का भुगतान होता ही नहीं था, लेकिन इन पांच साल में यूपी में गेहूं की रिकॉर्ड खरीद हुई है. पहले की सरकारों में काम केवल कागजों पर होता था, और भुगतना यूपी को पड़ता था, लेकिन अब विकास होता भी है, और जनता तक पहुंचता भी है. आज हरदोई के पास अपना एक मेडिकल कॉलेज है.
उन्होंने कहा कि गन्ने का भुगतान जितना योगी जी की सरकार में हुआ है उतना सपा-बसपा दोनों ही सरकारों के 10 साल में नहीं हुआ. पिछली सरकारों में प्रदेश की 21 चीनी मीलें बंद हो गई, लेकिन अब विकास होता भी है, और जनता तक पहुंचता भी है. आप सभी जानते हैं कि जब आतंकी हमला होता है, आतंकवाद बढ़ता है तो इसका सबसे ज्यादा नुकसान, गरीब को, मध्यम वर्ग को उठाना पड़ता है. जब आतंकी हमला होता है तो सामान्य मानवी की जिंदगी प्रभावित होती है, व्यापार प्रभावित होता है, पर्यटन ठप पड़ जाता है.
पीएम ने कहा कि कभी मुंबई में बम फटते थे, तो किसी दिन दिल्ली में, जयपुर, बेंगलुरू, हैदराबाद, गुवाहाटी, लुधियाना, अगरतला, इंफाल, कितने ही शहर उस दौरान बम धमाकों से धर्राए, कितने ही निर्दोष नागरिक उन हमलों में मारे गए. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तो उस दौरान अहमदाबाद में भी सीरियल बम धमाके हुए थे. मैं उस दिन को कभी भूल नहीं सकता. उसी दिन मैंने संकल्प लिया था कि मेरी सरकार इन आतंकवादियों को पाताल से भी खोजकर सजा देगी. आपने देखा है, कुछ दिन पहले ही अहमदाबाद बम धमाके के दोषियों को सजा मिली है, जो हम भारतीयों को तबाह करना चाहते थे, उन्हें अदालत ने सजा सुनाई है. अनेक आतंकवादियों को फांसी की सजा भी मिली है.
पीएम मोदी ने कहा कि 2006 में काशी में बम धमाका हुआ था. संकट मोचन मंदिर में भी धमाका किया गया था. वहां के कैंट रेलवे स्टेशन पर भी हमला किया गया था. जब 2013 में समाजवादी पार्टी की सरकार फिर से सत्ता में आई, तो इन लोगों ने शमीम अहमद नाम के आरोपी पर चल रहे मुकदमों को वापस लेने का फैसला ले लिया था. 2007 में लखनऊ, अयोध्या के कोर्ट परिसर में बम धमाके हुए थे. 2013 में समाजवादी सरकार ने तारिक काजमी नाम के आतंकी से मुकदमा वापस ले लिया था, लेकिन इस मामले में भी अदालत ने समाजवादी सरकार की साजिश नहीं चलने दी और उस आतंकी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई.
उन्होंने कहा कि ऐसे ही यूपी में एक दो नहीं बल्कि आतंकी हमलों के 14 मुकदमों में समाजवादी सरकार ने बहुत सारे आतंकवादियों से मुकदमे वापस लेने का फरमान सुना दिया था. ये लोग विस्फोट कर रहे थे, धमाके कर रहे थे और समाजवादी पार्टी सरकार इन आतंकवादियों पर मुकदमा तक नहीं चलने दे रही थी. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं का रवैया, और भी खतरनाक रहा है. ये लोग ओसामा जैसे आतंकवादी को जी कहकर बुलाते हैं. ये लोग बाटला हाउस इनकाउंटर में आतंकवादियों के सफाए पर आंसू बहाते हैं. इतने वर्षों तक मैं इसलिए चुप रहा क्योंकि अहमदाबाद ब्लास्ट केस की सुनवाई चल रही थी. आज जब अदालत ने आतंकियों को सजा सुना दी है, तो मैं अब विषय को देश के सामने उठा रहा हूं. और मैं आज गुजरात पुलिस की भी प्रशंसा करूंगा कि उसके प्रयासों से आतंकियों के कई मॉड्यूल्स का खात्मा हुआ है. हमें ऐसे लोगों, ऐसे राजनीतिक दलों से हमेशा सतर्क रहना है. ये लोग कुर्सी के लिए अपने स्वार्थ के लिए देश को भी दांव पर लगा देते हैं. देश की सुरक्षा से भी खिलवाड़ कर देते हैं.
Source : News Nation Bureau