उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के परिणाम 10 मार्च को सबके सामने होंगे. हालांकि एग्जिट पोल ने चुनाव परिणाम की धुंधली तस्वीर जरूर दिखा दी है, लेेकिन सटीक पिक्चर मतगणना के दिन ही दिखाई देगी. इस चुनाव में रानजीति के कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है, जिसमें एक हैं स्वामी प्रसाद मौर्य. चुनाव से ठीक पहले स्वामी प्रसाद ने भाजपा छोड़ समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. सपा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को पहले पड़रौना सीट से चुनाव लड़ाने का मन बनाया, लेकिन आरपीएन सिंह के कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल होने के बाद उनको फाजिलनगर से मैदान में उतारा गया. यहां स्वामी का मुख्य मुकाबला बीजेपी के सुरेन्द्र कुशवाहा से है.
स्वामी प्रसाद मौर्य एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारत के उत्तर प्रदेश की 17वीं विधान सभा के सदस्य हैं. वह उत्तर प्रदेश के पडरौना निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. वह समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं. मौर्य पांच बार विधान सभा के सदस्य रहे हैं, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री, सदन के नेता और विपक्ष के नेता रहे हैं. वह योगी आदित्यनाथ मंत्रालय में श्रम, रोजगार और समन्वय के कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्यरत थे. वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे, जिसमें वे बहुजन समाज पार्टी के साथ लंबे कार्यकाल के बाद शामिल हुए थे.उनकी बेटी संघमित्रा मौर्य (बदाऊं से सांसद) 2019 में लोकसभा के लिए चुनी गईं।
Source : News Nation Bureau