पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Election Result 2021) में सुबह से वोटों की गिनती चल रही है. धमाकेदार जीत के साथ एक बार फिर से ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) हैट्रिक लगाते हुए नजर आ रही हैं. 200+ सीटों के साथ TMC एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है. पूरी ताकत झोंकने के बाद भी बंगाल में भगवा नहीं फहर सका. हालांकि बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस और लेफ्ट गठबंधन (Congress-Left Alliance) से विपक्ष का तमगा छीनने में जरूर कामयाबी हासिल की. इस चुनाव में सबसे ज्यादा कड़ा मुकाबला नंदीग्राम सीट पर देखने को मिला.
ये भी पढ़ें- बंगाल में ओवैसी को नहीं मिला 'भाईजान' का साथ, महज 0.01% वोट मिले
नंदीग्राम सीट वीवीआईपी सीट में नंबर एक पर थी. यहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मैदान में थीं, तो बीजेपी ने ममता के सिपहसलार रहे सुवेंदु अधिकारी को इस सीट से टिकट दी थी. इस सीट पर सीएम ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) और बीजेपी के उम्मीदवार सुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला. इस सीट पर दिनभर उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. अंत में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 1200 वोटों से सुवेंदु अधिकारी को हराया. एक समय ऐसा आया था कि दोनों उम्मीदवारों के बीच सिर्फ 6 वोटों को अंतर देखने को मिला था.
जीत के बाद मीडिया के सामने आईं ममता
पश्चिम बंगाल में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर ममता बनर्जी सभी के सामने आईं. ममता के पैर में लगा प्लास्टर हट गया है और यहां उन्होंने व्हीलचेयर भी छोड़ दी. मंच से संबोधित करते हुए ममता ने कहा कि जय बंगाल, बंगाल ही कर सकता है. ममता ने कार्यकर्ताओं से मास्क लगाने और शांति से घर लौटने की अपील की. जीत के बाद ममता बनर्जी ने कहा है कि मैं सभी से निवेदन करती हूं कि कोई भी जीत का जुलूस ना निकाले. सभी लोग अपने घर जाएं.
व्हीलचेयर का सहारा छोड़ा
जीत हासिल करते ही ममता बनर्जी ने व्हीलचेयर का सहारा छोड़ दिया. वे जब मीडिया के सामने आईं तो उनके पैरों में ना तो प्लास्टर था और ना ही वे व्हीलचेयर पर बैठी नजर आईं. उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की. उन्होंने कहा कि कोविड नियंत्रण करना हमारी पहली प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि अभी जीत का जश्न नहीं मनाएंगे. सभी लोग कोविड नियमों को पालन करें. बता दें कि बीच चुनाव में ममता ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हमला करने का आरोप लगाया था. और कहा था कि इस हमले में उनके पैर में बुरी तरह से चोट आई है. उनके पैर में प्लास्टर बांध दिया गया था. और उन्होंने व्हीलचेयर पर ही पूरा चुनाव प्रचार किया.
ये भी पढ़ें- BJP के प्रदर्शन के दावे पर खरा उतरने के बाद PK लेंगे 'संन्यास'
नंदीग्राम की कमजोर जीत छोटा कर सकती है कद
नंदीग्राम विधानसभा सीट पर ममता बनर्जी ने अपने प्रतिद्वंद्वी शुभेंदु अधिकारी को हरा दिया हो. लेकिन इस जीत के लिए उन्हें शाम तक संघर्ष करना पड़ा. एक समय ऐसा आया था कि दोनों उम्मीदवारों के बीच सिर्फ 6 वोटों को अंतर देखने को मिला था. सिर्फ 1200 वोटों से हासिल हुई इस जीत से ममता बनर्जी का टीएमसी में अन्य नेताओं के बीच कद कम आंका जा सकता है. हो सकता है आगे चल कर मुख्यमंत्री पद को लेकर भी टकराव की स्थिति पैदा हो जाए. ऐसी स्थिति अगर आती है तो बीजेपी यहां भी कर्नाटक दोहराना चाहेगी और टीएमसी को टूट का सामना करना पड़ सकता है.
HIGHLIGHTS
- जीत के बाद ममता ने व्हीलचेयर का सहारा छोड़ा
- अपने पैरों पर खड़ी नजर आईं ममता, नहीं था प्लास्टर
- ममता ने समर्थकों से संयम बनाए रखने की अपील की