कोरोना का तांडव किसी को नहीं बक्श रहा है. मुर्शिदाबाद के कांग्रेस उम्मीदवार रिजाउल हक की कोरोना से गुरुवार सुबह एक निजी अस्पताल में मौत हो गई. हक इस विधानसभा चुनाव में मुर्शिदाबाद जिले के समशेरगंज से चुनाव लड़ रहे थे, जहां 26 अप्रैल को सातवें चरण में चुनाव होना था. पार्टी सूत्रों ने कहा कि हक का कुछ दिन पहले कोरोना पॉजिटिव हुए थे और घर में क्वारंटीन थे, लेकिन हालत बिगड़ने के बाद उन्हें एक स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में कोलकाता में एक चिकित्सा सुविधा में शिफ्ट कर दिया गया था.
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उनके देहांत पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "उनकी मृत्यु पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने जीवन भर पार्टी में योगदान दिया और हमें पूरी उम्मीद थी कि वह समसेरगंज निर्वाचन क्षेत्र से जीतते. उनकी आत्मा को शांति मिले." हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री तापस रॉय ने इस कोविड की दूसरी लहर के लिए भाजपा सरकार को दोषी ठहराया है.
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उन्होंने कहा, "हर मौत दुर्भाग्यपूर्ण है, इसके लिए नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने बीमारी के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कोशिश ही नहीं की. यहां तक कि टीके भी उपलब्ध नहीं हैं." सात अप्रैल को सातवें चरण के चुनाव में समशेरगंज में मतदान होंगे.
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मार्च में 8 हजार मरीज मिले थे, इस बार 41 हजार से ज्यादा बढ़े
बंगाल में पिछले 14 दिन के अंदर कोरोना की रफ्तार में 420% का इजाफा दर्ज किया गया है. यहां 16 से 31 मार्च तक केवल 8,062 मरीज मिले थे, जो इस बार 1-14 अप्रैल के बीच बढ़कर 41 हजार 927 हो गए. इस दौरान मौतें भी खूब हुईं. मार्च में जहां केवल 32 लोगों ने जान गंवाई, वहीं इन 14 दिनों के अंदर अब तक 127 लोगों की मौत हो चुकी है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना का तांडव किसी को नहीं बक्श रहा है
- बंगाल में कोरोना से कांग्रेस नेता की मौत
- अब तक राज्य में 41 हजार कोरोना केस बढ़ें