असम में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अखिल भारतीय महिला कांग्रेस (एआईएमसी) की अध्यक्ष और पूर्व लोकसभा सांसद सुष्मिता देव ने शनिवार को कथित तौर पर कांग्रेस की सहयोगी एआईयूडीएफ को सीटें आवंटित करने पर अपनी नाराजगी जताई. एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रभावशाली कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, गुवाहाटी और दिल्ली में कांग्रेस नेताओं ने रिपोर्ट का जोरदार खंडन किया. देव के करीबी लोगों के अनुसार, वह सिलचर में एआईयूडीएफ को सीट आवंटन से परेशान हैं और इसके अलावा वह दक्षिणी असम में बंगाली बहुल क्षेत्र के उम्मीदवारों के चयन को लेकर भी नाराज हैं.
कांग्रेस नेता ने शनिवार से गुवाहाटी में होने वाली महत्वपूर्ण उम्मीदवारों की चयन समिति की बैठक को अचानक छोड़ दिया. देव के करीबी और असम के पूर्व मंत्री सिद्दीकी अहमद ने कहा कि वह नाराज हैं, क्योंकि कुछ विधानसभा सीटें और कांग्रेस के गढ़ों को पार्टी कार्यकर्ताओं की भावनाओं और मांगों की अनदेखी करते हुए ऑल इंडिया युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) को आवंटित कर दिया गया है.
इस बीच, दक्षिणी असम के कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी व्यक्त करने के लिए शनिवार को विरोध प्रदर्शन किए और टायर जलाए. हालांकि केंद्र और राज्य कांग्रेस के नेताओं द्वारा उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया अभी भी चल रही है और चुनाव के पहले दो चरणों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा रविवार तक होने की संभावना है.
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एक प्रेस बयान में, असम कांग्रेस के मीडिया सेल के चेयरपर्सन, बोबीता शर्मा ने मीडिया रिपोर्ट को धता बताते हुए कहा, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है. कांग्रेस असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 2016 में हुए चुनावों में विधानसभा चुनावों में अकेले ही लड़ी थी, जिसमें उसने 26 सीटें जीती थीं.
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असम विधानसभा चुनाव तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे. चुनाव का पहला चरण 27 मार्च (47 सीट), दूसरा चरण एक अप्रैल (39 सीट) और तीसरा चरण छह अप्रैल (40 सीट) के साथ संपन्न होगा.
Source : News Nation Bureau