लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे कुल 1,612 उम्मीदवारों में से 570 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले घोषित किए हैं. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस के 90 उम्मीदवारों में से 40 और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 97 में से 38 उम्मीदवारों के खिलाफ आपराधिक मामले हैं. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के सबसे कम उम्मीदवार आपराधिक पृष्ठभूमि के हैं. 14 उम्मीदवारों को दोषी ठहराया जा चुका है. वहीं 13 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ हत्या के मामले घोषित किए हैं, 29 पर दुष्कर्म, उत्पीड़न या जोर-जबरदस्ती जैसे गंभी मामले दर्ज हैं. केवल 26 उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ नफरत भरे भाषण देने के लिए मामले दर्ज होने की बात मानी है.
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तीसरे चरण की जिन 115 सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, उनमें से 63 ऐसी हैं जहां तीन या तीन से अधिक दागी चुनाव लड़ रहे हैं. महाराष्ट्र की माढा सीट पर कुल 31 प्रत्याशी खड़े हैं, जिनमें से 12 प्रत्याशी दागी हैं. महाराष्ट्र के ही सांगली और पुणे में नौ व आठ प्रत्याशी दागी हैं. बिहार के झंझारपुर, अररिया और सुपौल में सात-सात अपराधी प्रत्याशी मैदान में हैं.
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आंकड़ों के मुताबिक तीसरे चरण के चुनाव में कुल 115 संसदीय सीटों में से 63 संसदीय क्षेत्रों को संवेदनशीलता के आधार पर रेड अलर्ट की श्रेणी में रखा गया है. ये वे जगहें हैं जहां तीन या उससे अधिक उम्मीदवारों ने अपने खिलाफ अपराधिक मामले दर्ज होने की बात स्वीकार की है.
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अगर करोड़पति प्रत्याशियों की बात करें तो 392 उम्मीदवारों ने अपनी निजी संपत्ति करोड़ों में बताई है. समाजवादी पार्टी के कुमार देवेंद्र सिंह यादव ने अपनी कुल संपत्ति 204 करोड़ रुपये की बताई है. दूसरे स्थान पर राकांपा के भोंसले श्रीमंत छत्रपति हैं जिनकी कुल संपत्ति 199 करोड़ रुपये है. एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बताने वाले सभी उम्मीदवारों के पास औसतन 2.95 करोड़ रुपये की संपत्ति है. आपराधिक मामलों के अलावा चुनाव उम्मीदवारों के हलफनामों को वित्तीय और शैक्षणिक आधार पर भी परखा गया है.
ADR की खास बातें
- 788 यानी 49 फीसद प्रत्याशी पांचवीं से 12वीं पास हैं.
- 681 प्रत्याशी ग्रेजुएट या उससे अधिक पढ़े, यह 43 फीसद है.
- 57 प्रत्याशी केवल साक्षर और 23 निरक्षर हैं.
- 09 फीसद ही महिला प्रत्याशी
- 1612 में से 142 ही महिला उम्मीदवार
- 562 प्रत्याशी 25 से 40 वर्ष के हैं, यह करीब 35 फीसद है.
- 760 प्रत्याशी 41 से 60 वर्ष के हैं, यह सर्वाधिक 48 फीसद है.
- 265 प्रत्याशी 61 से 80 वर्ष के है, तीन प्रत्याशी 80 वर्ष से अधिक उम्र के हैं.
21% प्रत्याशियों का आपराधिक रिकॉर्ड
- 14 प्रत्याशी किसी न किसी मामले दोषी करार दिए जा चुके हैं
- 13 प्रत्याशियों पर हत्या व 30 प्रत्याशियों पर हत्या के प्रयास के आरोप हैं
- 14 प्रत्याशी फिरौती या अपहरण के आरोप वाले हैं.
- 29 प्रत्याशियों पर महिलाओं से जुड़े अपराध जैसे दुराचार, दुराचार का प्रयास, घरेलू हिंसा आदि के आरोप हैं.
- 26 प्रत्याशियों पर भड़काऊ भाषण के आरोप भी हैं.
- 230 प्रत्याशियों पर गंभीर अपराधों की धाराएं
औसत संपत्ति के मामले में एनसीपी अव्वल
- बीजेपी के 81 (84%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 13.01 करोड़
- कांग्रेस के 74 (82%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 10.96 करोड़
- सपा के 9 (90%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 28.52 करोड़
- एनसीपी के 7 (70%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 48.49 करोड़
- सीपीएम 10 (53%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 1.76 करोड़
- शिवसेना 09 (41%) 2.22 करोड़
- बसपा के 12 (13%) उम्मीदवारों की औसत संपत्ति .22 करोड़
तीन सबसे अमीर
सपा के देवेंद्र सिंह यादव
एटाः 204 करोड़
एनसीपी के उदयन राजे
सताराः 199 करोड़
कांग्रेस के प्रवीण सिंह ऐरन
बरेलीः 147 करोड़
सालाना सबसे ज्यादा कमाने वाले
- पुरी से चुनाव लड़ रहे बीजद के पिनाकी मिश्रा की सलाना कमाई 24 करोड़ है
- बारामती से एनसीपी की सुप्रिया सुले 9 करोड़ सलाना कमाती हैं
- माढा से ताल ठोंक रहे बीजेपी के रंजीत सिंह नायक की सालाना इनकम 6 करोड़ है
Source : News Nation Bureau