देश में जहां आम आदमी की संपत्ति सलाना 5 से 10 फीसद की धीमी रफ्तार से बढ़ती है तो वहीं हमारे माननीयों की संपत्ति की दिन दूनी रात चौगुनी रफ्तार से बढ़ती है. खुद को जनसेवक कहने वाले 543 सांसदों में से 2014 में कुल 153 नेता दोबारा से चुनाव जीतकर संसद में कदम रखा. लेकिन सिर्फ 5 साल में इन नेताओं की तरक्की देखकर आप भी यही कहेंगे कि इनके घर पैसों का पेड़ लगा है. सिर्फ पांच साल में उनकी संपत्ति कई गुना बढ़ गई है. ये हम नहीं कह रहे बल्कि खुद नेताजी लोग कह रहे हैं. नामांकन के समय उन्होंने अपनी चल-अचल संपत्ति का जो ब्योरा चुनाव आयोग को सौंपा है उसका विश्लेषण इलेक्शन वॉच और ADR ने किया है. ADR की रिपोर्ट के मुताबिक एडीआर (ADR)की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2009 से लेकर 2014 तक इन नेताओं की ओर से दिए गए हलफनामें पर गौर करें, तो इन नेताओं की संपत्ति में कई गुना इजाफा हुआ.
लिस्ट में 72 सांसदों के साथ बीजेपी सबसे आगे
साल 2009 में जहां 153 नेताओं की संपत्ति की औसत कीमत 5.50 करोड़ रुपए थी, जो साल 2014 में बढ़कर औसतन 13.32 करोड़ हो गई. इस लिस्ट में 72 सांसदों के साथ बीजेपी आगे हैं, जबकि कांग्रेस के 28, AITC के 13 सांसद, और बीजेडी के साथ सांसद हैं.
शत्रुघन सिन्हा और सुप्रिया सुले की सबसे तेज रफ्तार से बढ़ी संपत्ति
अभिनेता और राजनेता शत्रुघन सिन्हा की संपत्ति की बढ़ती रफ्तार ने सबको पीछे छोड़ दिया है. साल 2009 में शत्रुघन सिन्हा के पास 15 करोड़ रुपए की संपत्ति थी, जो 5 साल की सांसदी में बढ़कर 131 करोड़ रुपए की हो गई. दूसरे पायदान पर बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा हैं, जिनकी संपत्ति 29 करोड़ रुपए से 137 करोड़ रुपए होगा. शरद पवार की बेटी और एनसीपी से सांसद सुप्रिया सुले ऐसी सांसद हैं जो महिलाओं में 5 सालों में सबसे ज्यादा संपत्ति बनाने वाली नेता हैं. उनकी संपत्ति 5 साल में 51 करोड़ रुपए से 113 करोड़ रुपए हो गई.
यह भी पढ़ेंः कौन कहता है पेड़ों पर पैसे नहीं लगते, देखना हो तो छत्तीसगढ़ आइए
महिलाओं में ही सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर छठे पायदान पर है, जिनकी संपत्ति साल 2009 से 2014 के दौरान 60 करोड़ रुपए से 108 करोड़ रुपए हो गई. कांग्रेस की ओर से जिन सांसद की संपत्ति में सबसे तेज बढ़ोत्तरी हुई, जो कर्नाटक कांग्रेस के डीके सुरेश है. इनकी संपत्ति 47 करोड़ से 85 करोड़ रुपए हो गई.
Source : DRIGRAJ MADHESHIA