कर्नाटक में कांग्रेस को प्रचंड जीत हासिल हुई है. कांग्रेस को रुझानों में 136 सीटें मिली हैं. वहीं बहुमत के लिए उसे 113 सीटें चाहिए. ऐसे में ये साफ है कि पार्टी को बड़ा जनाधार हासिल हुआ है. इस जीत में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे कई बड़े नेताओं की अथक मेहनत तो रंग लगाई है. मगर इस लिस्ट में एक नाम और है, जिसने पार्टी की जीत में बड़ी रणनीति अपनाई है. सुनील कानुगोलू ऐसा नाम है, जिसने कांग्रेस की जीत में चारचांद लगा दिए. ये हैं कांग्रेस के मुख्य चुनाव रणनीतिकार सुनील कानुगोलू जिसने पार्टी की किस्मत को पलट दिया.
कानुगोलू का यह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है. बीते वर्ष भाजपा से उन्होंने कांग्रेस का रुख किया. नई दिल्ली में भगवा पार्टी के नेतृत्व को चौंका दिया. कांग्रेस में नियुक्त होते ही उन्होंने कर्नाटक से काम को शुरू किया. अपने विरोधियों की बोली बंद करने के लिए उन्हें यह चुनाव हर हाल में जीतना था. कानुगोलू जब कांग्रेस में शामिल हुए तब चुनाव की तैयारियां शुरुआती स्तर पर थीं. यह पूरी तरह से दिशाहीन थी. पार्टी के अंदर भीतरी कलेश जारी था. राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी को समर्थन देने का कार्यभार उन पर ही था. उन्होंने चुनावी विशेषज्ञों की एक टीम बनाई,ताकि भाजपा को उखाड़ा जा सके.
जब कांग्रेस में कानुगोलू अपनी रणनीति बना रहे थे, तब भाजपा उन्हें अपने पाले में लाने का प्रयास कर रही थी. सीएम बसवराज बोम्मई ने उन्हें हर संभव पार्टी में लाने का प्रयास किया, मगर उन्होंने पार्टी में आने से साफ इनकार कर दिया. राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा का श्रेय भी उन्हें ही जाता है. कर्नाटक कांग्रेस में दो बड़े और अलग गुट के नेता सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार को वह साथ लेकर आए.
पार्टी के सामने उन्होंने स्पष्ट विजन रखा
बताया जाता का है कि कानूगोलू ने चुनाव प्रचार के दौरान 20 घंटे रोजना काम किया. न कपड़ों की सुध न खाने की सुध. कभी उन्होंने अपने काम की प्रशंसा नहीं चाही. पार्टी के सामने उन्होंने स्पष्ट विजन रखा. प्रशंसा की जरूर नहीं है. वह इस तरह के इंसान हैं जो सिद्धांतों और ईमानदारी के लिए माने जाते हैं. वे अपने निष्पक्ष रवैये के लिए माने जाते हैं.
कर्नाटक में बेल्लारी के निवासी
कानुगोलू कर्नाटक में बेल्लारी के निवासी हैं. वह यहां के नामी परिवार से आते हैं. चेन्नई में पले बढ़े कानुगोलू ने अमेरिका से उच्च शिक्षा प्राप्त की. वे बाद में वैश्विक प्रबंधन कनसल्टिंग फर्म मैकिन्से से जुड़े. 2014 में वे लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी के अहम रणनीतिकार थे. कानुगोलू ने 2017 में यूपी विधानसभा चुनाव में भाजपा की रणनीति तैयार की थी. यहां पर पार्टी को भारी बहुमत हासिल हुआ था.
Source : News Nation Bureau