कर्नाटक में कांग्रेस प्रचंड जीत की ओर है. कुल 224 सीटों में से कांग्रेस ने 103 सीटों पर जीत दर्ज कर ली है, जबकि 33 सीटों पर आगे चल रही है. पार्टी ने अभी तक कुल वोट शेयर का 43.11 फीसदी प्राप्त किया है. कर्नाटक चुनाव की मतगणना अभी जारी है. रुझानों और परिणाम में कांग्रेस पार्टी 136 सीटों के साथ राज्य में सॉल्डि और मजबूत सरकार बनाने जा रही है.वहीं, बीजेपी 50 सीटों पर जीत दर्ज की है. बीजेपी को राज्य में इस बार करारा झटका लगा है. बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी थी. यहां तक कि बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से करके पार्टी ने अपने पक्ष में चुनाव को करने की भरपूर कोशिश की, लेकिन पार्टी को इसका आशीर्वाद नहीं मिलकर कांग्रेस को मिल गया. या यूं कहे कि शनिवार के दिन कांग्रेस पार्टी पर बजरंगबली की कृपा बरसी. बीजेपी ने जहां-जहां बजरंगबली को चुनावी मुद्दा बनाया वहां पर भगवा पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा.
कांग्रेस के घोषणा पत्र में बजरंग दल और PFI जैसे संगठनों पर बैन लगाने का जिक्र किया गया था. बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे बजरंगबली से जोड़ दिया. पीएम ने चुनावी सभाओं में इसे बड़ा मुद्दा बनाया. पीएम के साथ-साथ बीजेपी के कई नेताओं ने इसे हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर कांग्रेस को आड़े हाथ लिया, लेकिन इसका फायदा बीजेपी को नहीं, बल्कि कांग्रेस को सबसे ज्यादा मिल गया. कांग्रेस उन तमाम इलाकों में मजबूत हुई जो बीजेपी का गढ़ माना जाता रहा है.
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बीजेपी के गढ़ पर कांग्रेस का कब्जा
2018 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी को कर्नाटक के हिंदू बाहुल्य इलाकों में जमकर समर्थन मिला था. बीजेपी ने इस बार भी इन क्षेत्रों में धुआंधार प्रचार किया था. बजरंगबली को मुद्दा बनाकर बीजेपी ने इसे खूब उछाला,लेकिन इस बार वहां पार्टी को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा.
ओल्ड मैसूर
वैसे तो ओल्ड मैसूर कांग्रेस का गढ़ है. क्षेत्र की करीब 55 सीटों पर इस बार कांग्रेस ने 34 सीटों पर कब्जा किया है, जबकि 2018 में कांग्रेस को यहां से 20 सीटें हासिल हुई थीं. वहीं, पिछली बार इस रीजन में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा था. बीजेपी ने यहां से 15 सीटें हासिल की थी. वहीं इस बार सिर्फ 5 सीटें मिली है.
मुंबई कर्नाटक क्षेत्र
मुंबई कर्नाटक क्षेत्र में बीजेपी का प्रदर्शन पिछले बार से इस बार शानदार रहा है. इस क्षेत्र की करीब 50 सीटों में से बीजेपी ने 32 सीटें जीती है, वहीं कांग्रेस 17 सीटों पर परचम लहराया है, जबकि पिछले चुनाव में बीजेपी को 26 सीटें मिली थी. वहीं, कांग्रेस को 16 सीटों पर संतोष करना पड़ा था.
कोस्टल कर्नाटक
कर्नाटक के इस क्षेत्र में करीब 21 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने 13 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि पिछली बार पार्टी ने 16 सीटें जीती थीं. वहीं, 2018 में तीन सीट जीतने वाली कांग्रेस इस बार 8 सीटों पर जीत दर्ज की है. इस बार कांग्रेस का कुनबा और वोट प्रतिशत यहां पर बढ़ा है.वहीं, बीजेपी को नुकसान हुआ है.
बेंगलुरु शहर
कर्नाटक के बेंगलुरु शहर में कुल 28 सीटें हैं, जिनमें से बीजेपी ने 15 सीटों पर जीत हासिल की हैं. वहीं, कांग्रेस ने इस बार भी 13 सीटे अपने नाम की है. पिछले चुनाव में बीजेपी को 11 सीटों पर जीत मिली थी. बेंगलुरू में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा है.
सेंट्रल कर्नाटक
सेंट्रल कर्नाटक बीजेपी का किला माना जाता था, लेकिन इस बार कांग्रेस ने इस किले को ध्वस्त कर दिया. पिछले चुनाव में 7 सीटें जीतने वाली कांग्रेस ने इस बार सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. कांग्रेस के खाते में इस बार 26 सीटें आई हैं. वहीं, पिछली बार 21 सीटें जीतने वाली कांग्रेस को इस बार मात्र 6 सीट ही मिल पाई है.