केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से चुनाव हार गई हैं. हालांकि उनका कहना है कि वह अमेठी की जनता की सेवा करती रहेंगी और वहां लगातार विकास करेंगे. स्मृति ईरानी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन के 10 साल अमेठी को दिए हैं और आने वाले सालों में भी वह अमेठी की सेवा करती रहूंगी. चुनाव हारने के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि, "मैं उन सभी भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने समर्पण और निष्ठा के साथ निर्वाचन क्षेत्र और पार्टी की सेवा में काम किया है."
स्मृति ईरानी ने आगे कहा, "आज, मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का आभारी हूं कि उनकी सरकारों ने पूरा किया है. 30 साल के लंबित कार्यों को सिर्फ 5 साल में पूरा करने के लिए मैं जीत हासिल करने वालों को बधाई देता हूं. मैं अमेठी के लोगों की सेवा में लगा रहूंगा." स्मृति ईरानी ने आगे कहा कि, "हम संगठन को मजबूत करेंगे. हम वे लोग हैं जिन्होंने समर्पण भाव से क्षेत्र की सेवा की है. मैं क्षेत्र के हर गांव में गई और काम किया. मैंने अपने जीवन के 10 साल इस क्षेत्र को दिए."
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट से राहुल गांधी को भारी मतों से मात दी थी, हालांकि 2014 के चुनाव में वह राहुल गांधी से चुनाव हार गईं थी. इस बार कांग्रेस ने अमेठी सीट से किशोरी लाल को अपना उम्मीदवार बनाया था. जिन्होंने इस बार स्मृति ईरानी को 167196 वोटों से मात दी है. किशोरी लाल को कुल 539228 वोट मिले. जबकि स्मृति ईरानी को 372032 वोट मिले हैं.
किशोरी लाल गांधी परिवार के लंबे समय से सहयोगी रहे हैं. इसीलिए कांग्रेस ने गांधी परिवार के गढ़ माने जाने वाले अमेठी लोकसभा सीट से उन्हें चुनावी मैदान में उतारा. अपनी जीत पर किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि, "यह गांधी परिवार और अमेठी के लोगों की जीत है."
बता दें कि कांग्रेस ने इस बार समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर राज्य में चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में कांग्रेस ने यूपी में 6 सीटें जीती हैं. इनमें सहारनपुर, सीतापुर, रायबरेली, अमेठी, प्रयागराज और बाराबंकी सीट शामिल है. राहुल गांधी इस बार अपनी दोनों सीटों रायबरेली और केरल की वायनाड सीट से चुनाव जीत गए हैं.
Source :News Nation Bureau