Lok Sabha Seat Results: बीजेपी के लिए अयोध्या और संदेशखाली ऐसी सीट हैं जिस पर सबकी नजर लगी है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करने और संदेशखाली की कॉन्ट्रोवर्सी के मुद्दे को नेशनल बनाने के बावजूद भी बीजेपी भारी अंतर से इस समय पीछे चल रही है. बीजेपी ने इस बार राम मंदिर के नाम पर देशभर में वोट मांगे. यूपी के अयोध्या में राम मंदिर में राम लला के विराजने का ऐसा भव्य आयोजन हुआ कि दुनिया ने इसे देखा. ऐसा भी माना जा रहा था कि सदियों पुराने इस विवाद को खत्म करने के बाद भगवान राम की कृपा बीजेपी पर बरसेगी. लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों का शुरुआती रुझान ऐसा नज़र नहीं आ रहा जैसी उम्मीद बीजेपी कर रही है.
बशीरहाट सीट लोकसभा सीट
वेस्ट बंगाल के संदेशखाली का मुद्दा उठाकर बीजेपी ने अपनी सीटें यहां से बढ़ाने की कोशिश की थी. संदेशखाली जैसे स्कैंडल के बावजूद ममता बनर्जी ने बंगाल में प्रदर्शन बेहतर किया. इस समय नतीजे जिस तरह से आ रहे हैं वह देखकर बीजेपी का उत्साह कम हो सकता है. बशीरहाट सीट से बीजेपी की ओर से रेखा पात्रा चुनाव मैदान में उतरी हैं उनके सामने तृणमूल कांग्रेस के एसके नुरुल इस्लाम खड़े हुए. इस समय बीजेपी की रेखा पात्रा लगभग दो लाख वोटों से उनसे पीछे चल रही है. ऐसे में जिस तरह से बीजेपी पर दूसरी पार्टियां अधिक वोटों की बढ़त बनाए हैं उसे देखकर लग रहा है कि बीजेपी को इन दो सीटों का नुकसान हो सकता है.
फैजाबाद लोकसभा सीट
भगवान राम के मंदिर का ऐसा निर्माण बीजेपी सरकार के कार्यकाल में हुआ है जिसे सदियों तक याद किया जाएगा. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ. लेकिन, इसके बाद भी बीजेपी को फैजाबाद लोकसभा सीट से कुछ खास फायदा होते नहीं दिख रहा है. बीजेपी ने इस सीट से लल्लू सिंह को चुनाव में खड़ा किया था. लेकिन रुझानों में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी से पीछे चल रहे है.
उत्तर प्रदेश की फैजाबाद लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी लल्लू सिंह सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से पीछे चल रहे हैं. हैरानी की बात ये है कि फैजाबाद सीट पर बीजेपी 2014 से जीतते आ रही है. हाल ही में राम मंदिर का निर्माण हुआ, रामलला की स्थापना का भव्य आयोजन हुआ. बीजेपी ने यहां जमकर प्रचार भी किया, फिर भी इस सीट से उनका पीछे चलना कार्यकर्ताओं को हैरान कर रहा है.
फैजाबाद सीट से इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी अवधेश प्रसाद रूझानों में आगे है. वहीं बसपा ने सच्चिदानंद पांडेय को यहां से उम्मीदवार बनाया था जो काफी पीछे चल रहे है. अयोध्या और संदेशखाली सीट से कौन जीतेगा इसका पता तो थोड़े देर में चल ही जाएगा. रुझानों में बीजेपी का इतनी मजबूत सीटों से पीछे दिखने का मतलब है कि बीजेपी को इन सीटों का नुकसान झेलना पड़ सकता है.
Source(News Nation Bureau)