Lok Sabha Election Janadesh 2024: लोकसभा चुनाव पर न्यूज नेशन के सर्वे जनादेश 2024 के नतीजे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को राहत देने वाले हैं. सर्वे में एनडीए को 342 से 378, कांग्रेस की अगुवाई वाले इंडिया गठबंधन को 153-169, जबकि अन्य को 21 से 23 सीटें मिलने का अनुमान है. इन आंकड़ों से ये तस्वीर साफ होती दिख रही है कि देश में किसी सरकार बनने जा रही है. हालांकि, जनादेश 2024 के जो नतीजे बीजेपी के लिए दक्षिण भारत के राज्यों से आए हैं, अगर वो सही साबित होते हैं, तो बीजेपी को ज्यादा खुशी होगी. ऐसे में सवाल उठता है कि दक्षिण से बीजेपी के लिए कैसे बड़ी खुशखबरी आई. आइए जानते हैं इसके पीछे के सियासी दांवपेंच और क्या बीजेपी ने कोई खास रणनीति अपनाई.
अगर पॉलिटिकल फ्रंट पर देखें तो दक्षिण के राज्य उत्तर के राज्यों से अलग दिशा में चलते हुए दिखते हैं. वहां की राजनीति का कल्चर बिल्कुल अलग है. ऐसे में उन राज्यों में उत्तर की पार्टी माने जाने वाली बीजेपी का दबदबा हो जाना, ये वाकई बड़ी बात हैं. दशकों पहले बीजेपी का दक्षिण के राज्यों में खाता भी नहीं खुलता था, वहां अब बीजेपी लगातार बढ़त बना रही है, वहां पार्टी का बेस बीते कुछ सालों में काफी मजबूत हुआ है. तमिलनाडु के जनादेश 2024 सर्वे में BJP गठबंधन को दो सीटें मिलने का अनुमान जताया जा रहा है. कर्नाटक में भी 16 सीटों पर बीजेपी का कमल खिलने का अनुमान जताया गया है.
हालांकि, केरल में बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिलने का बात है. लेकिन, वहां पार्टी का वोट पर्सेंट बढ़ने की बात कही जा रही है. कुछ राजनीतिक विश्लेषकों यह भी मानता है कि केरल में बीजेपी एक या दो सीट निकल भी सकती है. आंध्र प्रदेश में बीजेपी को चार सीटें मिलती हुई नजर आ रही हैं. यहां बीजेपी गठबंधन पहले मजबूत हुआ है, उसे 19 सीटों मिलने का अनुमान जताया गया है. इसी तरह तेलंगाना में भी बीजेपी की स्थिति मजबूत हुई है. पार्टी को यहां बढ़त मिलती दिखती दिख रही है. BJP को तेलंगाना की 17 लोकसभा सीटों में से 9 सीटों मिल सकती हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव से तुलना करें तो यहां बीजेपी को 5 सीटों का इजाफा हो सकता है.
साउथ में बीजेपी की सीटें
राज्य | 2019 में बीजेपी की सीटें | जनादेश 2024 - BJP की सीटें | असर |
तमिलनाडु | 00 | 01 | 01 (+) |
कर्नाटक | 25 | 16 | 09 (-) |
केरल | 00 | 00 | 00 |
आंध्र प्रदेश | 00 | 04 | 04 (+) |
तेलंगाना | 05 | 09 | 05 (+) |
BJP ने अपनाई खास रणनीति
2014 में सत्ता में काबिज होने के बाद से ही बीजेपी का पूरा ध्यान मिशन साउथ पर रहा है. पार्टी ने दक्षिण भारत में अपनी जमीन को मजबूत करने के लिए नीचे लेवल से काम किया है. यही वजह है कि न्यूज नेशन के सर्वे जनादेश 2024 में उसे दक्षिण भारत में 2019 के मुकाबले दोगुनी सीटें मिलने का अनुमान है. पार्टी ने इन राज्यों में लगातार अपने परफॉर्मेंस को सुधारा है. उसने इन राज्यों में संगठन को मजबूत करने के लिए बहुत काम किया. दक्षिण भारत में बीजेपी का दबदबा बढ़ने के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा हाथ है. उन्होंने 2014 में सत्ता के बाद पिछले 10 साल में दक्षिणी राज्यों के 146 दौरे किए. इन यात्राओं के दौरान पीएम मोदी ने कुल मिलाकर 356 कार्यक्रमों में शामिल हुए, इसमें खास ये है कि इसमें 144 जनसभाएं हैं.
साथ ही बीजेपी ने तेलंगाना से लेकर तमिलाडु और केरल तक में पार्टी की लीडरशिप में बड़े पैमाने पर चेंज किया. उसने दूसरे दलों के प्रभावशाली नेताओं को शामिल किया. तमिलनाडु में एआईएडीएमके और दूसरी पार्टियों के कई पूर्व विधायकों और पूर्व सांसदों का बीजेपी में शामिल होना और केरल में पूर्व सीएम एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी, के करुणाकरण की बेटी पद्मजा वेणुगोपाल का पार्टी में आना इसी रणनीति का हिस्सा था. अगर मौजूदा चुनाव की बात करें तो पार्टी ने कई बड़े नेताओं पर दांव चला. पार्टी ने केरल से दो केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी रण में उतार दिया. केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वी मुरलीधरन के अलावा अभिनेता से नेता बने सुरेश गोपी को भी बीजेपी ने केरल से लोकसभा चुनाव लड़ाया है. अगर मुद्दों की बात करें बीजेपी ने भ्रष्टाचार और कल्चर के मुद्दे पर विरोधियों को खूब घेरा.
Source : News Nation Bureau